चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के हरियाणा को नशामुक्त बनाने के संदेश के साथ प्रदेश के विभिन्न जिलों को कवर करने के उपरांत ‘‘नशामुक्त हरियाणा साईक्लोथोन’’ आज पंचकूला में प्रवेश कर गई। रायपुरानी खण्ड के गांव बागवाली में पहुंचने पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गगनदीप सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी संध्या मलिक, खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी परमनंदन, बीजेपी के जिला अध्यक्ष अजय शर्मा, जिला महामंत्री विरेन्द्र राणा, श्याम लाल बंसल, गेल की पूर्व निदेशक बंतो कटारिया, बरवाला मण्डल अध्यक्ष गौतम राणा, बागवाली के सरपंच भारत भूषण और भारी संख्या में ग्रामीणों और अन्य मौजिज व्यक्तियों ने फूल मालाओं के साथ भारत माता की जय के नारों के उद्घोष के बीच साइक्लोथॉन का भव्य स्वागत किया।
राजकीय माध्यमिक विद्यालय बागवाली की छात्राओं ने नशामुक्ति और बेटी बचाओ-बेटी पढाओ पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर नशामुक्त और बेटी बचाओ-बेटी पढाओ का अहम संदेश दिया। इसके पश्चात लगभग 200 साईक्लिस्ट का दल हरियाणा से नशे को खतम करने के लिए पूरे जोश और जुनून के साथ अपने अगले पड़ाव बरवाला के लिए रवाना हो गया। साईक्लोथोन के दौरान 64 वर्षीय कमलेश राणा, 64 वर्षीय सहदेव सिंह और 65 वर्षीय जयपाल सिंह में गजब का जोश और जज्बा दिखाई दिया। यह तीनों वरिष्ठ नागरिक करनाल में 1 सितंबर को साईक्लोथोन की शुरूआत से ही इस दल का हिस्सा हैं और मुख्यमंत्री की हरियाणा को नशामुक्त बनाने की मुहिम में भागीदार बनने पर अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने इस मुहिम की सराहना करते हुए कहा कि यह युवाओं के भविश्य से जुड़ा हुआ अहम अभियान है और वह इसमें शामिल होने से स्वयं को रोक नहीं पाए। इनका एक ही उद्देश्य है कि साईक्लोथोन यात्रा पूरी करते हुए नशामुक्ति का संदेश प्रदेश के जन-जन तक पहुंचे ताकि हम अपने युवाओं को इस बुराई से दूर रख सकें।
साइक्लोथॉन के बरवाला पहुंचने पर उपायुक्त सुशील सारवान ने पुष्प वर्षा कर साइक्लोथॉन का स्वागत किया। इस अवसर पर उन्होंने आमजन विशेषकर युवाओं से नशामुक्त हरियाणा के निर्माण में नशे के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नशा न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है बल्कि यह आर्थिक रूप से भी लोगों को तबाह कर रहा है। युवा साइकिलिंग और अन्य खेल गतिविधियों में अपनी ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग करें और नशे जैसी बुरी आदत से दूर रहें ताकि वे एक बेहतर नागरिक बन कर समाज, प्रदेश और देश के विकास में अपना अहम योगदान दे सकें। उन्होंने कहा कि हरियाणा की पहचान दूध, दही के खाने से है। हमारे जीवन में नशे के लिए कोई स्थान नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवा प्रण लें कि वे पौष्टिक भोजन का सेवन करेंगे और नशे से दूर रहेंगे। अवसर पर उन्होंने साइक्लोथॉन के सभी प्रतिभागियों और उनके ग्रुप लीडर्स को मेडल पहनाकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि साइक्लोथॉन में भाग ले रहे प्रतिभागियों द्वारा प्रदेश के सभी जिलों में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के नशामुक्त हरियाणा के संदेश को घर-घर तक पहुंचाने का सराहनीय कार्य किया जा रहा है। उन्हें विश्वास है कि यह साइक्लोथॉन हरियाणा को नशामुक्त बनाने में एक मील का पत्थर साबित होगी।