ड्रोन अटैक: एयरबेस पर हथियारों की हुई तैनाती, लगाए गए जैमर, इधर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने मीटिंग बुलाई
जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हुए ड्रोन अटैक को लेकर देश की सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं. ये बात तो साबित हो चुकी है कि एयरफोर्स स्टेशन पर दो ड्रोन से ही हमला किया गया था, इसलिए जानकारी मिली है कि दुश्मन के अब हमले को रोकने के लिए स्टेशन पर एंटी ड्रोन सिस्टम लगा दिए गए हैं. इसके अलावा पूरे इलाके में जैमर भी लगा दिए गए हैं, ताकि ड्रोन अगर यहां तक आता भी है तो उसका कनेक्शन टूट गया.
शनिवार-रविवार रात को जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हुए हमले के बाद अगले ही दिन से स्टेशन पर एनएसजी के कमांडो पहुंच गए थे. बुधवार को सूत्रों ने बताया कि एनएसजी ने एयरफोर्स स्टेशन पर एंटी ड्रोन सिस्टम लगा दिए हैं.
इतना ही नहीं, पाकिस्तान के किसी भी संभावित ड्रोन हमले से निपटने के लिए पूरी तरह अलर्ट है और हथियारों की तैनाती कर दी गई है. सूत्रों की मुताबिक, एयरफोर्स स्टेशन पर न सिर्फ ऑफेंसिव बल्कि डिफेंसिव सिस्टम भी तैनात किए गए हैं. साथ ही रेडियो फ्रीक्वेंसी डिटेक्टर और सॉफ्ट जैमर भी लगा दिए गए हैं. एंटी ड्रोन गन भी तैनात कर दी गई हैं. ड्रोन के डिटेक्शन के लिए इजरायली और यूरोप से खरीदे गए डिफेंस इक्विपमेंट लगा दिए गए हैं.
सूत्रों का कहना है कि एयरफोर्स स्टेशन पर पाकिस्तान के आतंकियों ने जिन ड्रोन का इस्तेमाल किया, उनके मिलिट्री ग्रेड ड्रोन होने की संभावना है. ये ड्रोन चीन से खरीदे गए हैं और इनका इस्तेमाल IED गिराने के लिए हो सकता है. सूत्रों का ये भी कहना है कि वो ड्रोन नाइट विजन से भी लैस थे और नेविगेशन का इस्तेमाल होने की भी पूरी संभावना है.
जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर शनिवार-रविवार की रात ड्रोन से दो बार हमले हुए थे. पहला हमला रात 1 बजकर 37 मिनट पर और दूसरा हमला 1 बजकर 42 मिनट पर हुआ था. इस हमले की जांच NIA कर रही है.