राजघाट में तृणमूल कांग्रेस के कार्यक्रम में ममता बनर्जी की मौजूदगी पर संशय
कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के 2 अक्टूबर से नई दिल्ली के राजघाट पर होने वाले आगामी आंदोलन कार्यक्रम में पार्टी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति पर संशय के बादल छा गये हैं। डॉक्टरों ने उन्हें 10 दिन तक आराम करने की सलाह दी है।
उनकी हालिया अंतरराष्ट्रीय यात्रा के दौरान बनर्जी को उसी जगह फिर से मामूली घाव हो गए थे जहां इस जून में उन्हें उत्तर बंगाल में भारतीय सेना के सेवक एयर बेस पर एक हेलीकॉप्टर से उतरते समय चोट लगी थी। डॉक्टरों की ओर से 10 दिन तक आराम की सलाह के बाद से राजघाट कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति अभी अनिश्चित हो गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी अनुपस्थिति की स्थिति में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी राजघाट पर कार्यक्रम का नेतृत्व, पर्यवेक्षण और निगरानी करेंगे।" पश्चिम बंगाल सरकार को केंद्रीय बकाया की तत्काल मंजूरी की मांग को लेकर तृणमूल कांग्रेस राजघाट पर धरना-प्रदर्शन कर रही है। राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि मुख्यमंत्री की संभावित अनुपस्थिति अभिषेक बनर्जी के लिए 2024 के लोकसभा चुनावों की बड़ी लड़ाई से पहले ममता बनर्जी की छाया के बिना खुद को पार्टी के राष्ट्रीय चेहरे के रूप में पेश करने का एक अनूठा अवसर लेकर आई है।
वह विपक्षी इंडिया गुट की सभी बैठकों में मुख्यमंत्री के साथ रहे हैं। ममता बनर्जी ने उन्हें विपक्षी गठबंधन की समन्वय समिति में पार्टी का प्रतिनिधित्व करने के लिए भी नामित किया है।