डॉक्टर की बड़ी लापरवाही: ऑपरेशन के बाद गर्भवती महिला के पेट में भूल गई तौलिया...फिर हुआ ऐसा
डॉक्टर की बड़ी लापरवाही
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : देवरिया: एक प्राइवेट अस्पताल की महिला डॉक्टर ने ऑपरेशन के दौरान लापरवाही की हदें पार कर दीं। डॉक्टर की लापरवाही से गर्भवती महिला की जान पर आफत आ गई है। सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर महिला के पेट में ही तौलिया 'भूल' गई और टांके लगा दिए। महिला की हालत जब बिगड़ने लगी तो भी वही डॉक्टर उसका इलाज करती रही। फायदा न होने पर महिला ने जब गोरखपुर में दिखाया तो वहां के डॉक्टरों ने दोबारा ऑपरेशन कर पेट में से तौलिया निकाला। इस लापरवाही से हुए संक्रमण के चलते महिला की हालत अभी भी गंभीर बनी है।
सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान पेट में भूल गई तौलिया
महुआडीह थाना क्षेत्र के हेतिमपुर गोसाई टोला निवासी हरिहर गिरी की पत्नी रेखा को पिछले साल अगस्त माह मेंं डिलिवरी होने वाली थी। उन्होंने गौरी बाजार चौराहे पर स्थित दिनेशा हॉस्पिटल में पत्नी को भर्ती कराया। जहां डॉक्टर संगीता सिंह ने उनका सिजेरियन ऑपरेशन किया। रेखा के मुताबिक, ऑपरेशन के बाद उसे पेट दर्द और उल्टी होनी शुरू हो गई। इस दौरान डॉ. संगीता एनीमिया और गैस की बीमारी बताकर उसका इलाज करती रहीं।
दोबारा ऑपरेशन हुआ तो पेट में से निकला तौलिया
नवंबर में डॉक्टर संगीता सिंह ने उसे हार्निया की बीमारी बताई और कहीं और दिखाने की सलाह दी। 8 नवंबर को रेखा गोरखपुर मेडिकल कॉलेज पहुंचीं और 28 नवंबर तक वहां इलाज कराया। मगर सुधार नहीं हुआ। रेखा के पति हरिहर के मुताबिक, इस दौरान उसने लखनऊ में भी अपनी पत्नी का इलाज कराया। बीते 29 जनवरी को हालत बिगड़ने पर रेखा गोरखपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हुई। यहां डॉक्टर ने 2 फरवरी को उसका दोबारा ऑपरेशन कर के पेट में से तौलिया निकाला।
लापरवाही से पेट में फैला संक्रमण, काटकर निकालने पड़े अंग
पहली बार के ऑपरेशन में हुई लापरवाही से उसके पेट में पूरी तरह संक्रमण फैल गया। जिसके चलते उसके शरीर के कई अंग काटकर बाहर निकालना पड़ा। अभी उसके पेट का संक्रमण पूरी तरह ठीक नहीं हुआ है और उसकी हालत गंभीर बनी है।
डीएम ने गठित की जांच कमिटी
रेखा के मुताबिक, इस भागदौड़ में उसका खेत भी बिक गया और लाखों रुपया खर्च हो गया। इस बात की शिकायत लेकर जब उसका पति दिनेशा हॉस्पिटल पहुंचा तो वहां के डॉक्टरों ने उसे धमकी देकर चुप करा दिया। पीड़िता के परिजनों ने इस बात की शिकायत डीएम से की है। डीएम ने मामले की जांच के लिए एक कमिटी गठित कर दी है।