महिला डॉक्टर की आत्महत्या के विरोध में डॉक्टर कर रहे हड़ताल, हिरासत में BJP नेता
लेडी डॉक्टर अर्चना शर्मा की खुदकुशी का मामला बढ़ता जा रहा है.
जयपुर: राजस्थान के दौसा में लेडी डॉक्टर अर्चना शर्मा की खुदकुशी का मामला बढ़ता जा रहा है. पुलिस ने बीजेपी नेता और पूर्व विधायक जितेंद्र गोठवाल को हिरासत में ले लिया है. गोठवाल पर ही प्रसूता की मौत के बाद डॉ. अर्चना शर्मा के खिलाफ प्रदर्शन करने का आरोप है, जिससे परेशान होकर अर्चना शर्मा ने आत्महत्या कर ली थी.
इस मामले में राजस्थान से लेकर झारखंड तक बवाल हो रहा है. डॉक्टर अर्चना शर्मा रांची की रहने वाली थीं. इस मामले में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने जांच की मांग की है. इस बीच AHPI यानी प्राइवेट हॉस्पिटल एसोसिएशन का आरोप है कि ये सुसाइड नहीं हत्या है. सभी ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
रांची की रहने वाली स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अर्चना शर्मा राजस्थान के दौसा में एक निजी अस्पताल का संचालन करती थीं. 28 मार्च को एक प्रसूता की मौत हो गई थी. उसके बाद मृतिका के परिजनों ने अर्चना शर्मा पर केस दर्ज करवाया था. उसके बाद से वो डिप्रेशन में थीं और आत्महत्या कर लिया था.
डॉक्टर की आत्महत्या के बाद पूरे राजस्थान के चिकित्सकों में तो आक्रोश है ही. इसके साथ ही रांची और झारखंड के डॉक्टर भी काफी नाराज हैं. IMA, AHPI, रिम्स जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने मांग की है कि डॉक्टर्स की मानसिक और शारिरिक रूप से प्रताड़ना बंद हो.
एसोसिएशन ऑफ हेल्थ केअर प्रोवाइडर्स इन इंडिया झारखंड चैप्टर के अध्यक्ष जोगेश गंभीर ने मांग की है कि केंद्रीय स्तर पर एक मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू होना चाहिए, डॉ. अर्चना शर्मा मजबूरी में सुसाइड की है इसलिए ये आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है. IMA ने भी यही मांग की है.
रांची की डॉक्टर अर्चना शर्मा की मौत के बाद केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने गहलोत सरकार से इस मामले में जांच की मांग की है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा ' रांची के RIMS से MBBS और MD (Obs and Gynae) पास स्वर्ण पदक विजेता डॉ. अर्चना शर्मा की आत्महत्या की घटना बेहद दुःखद है. इस घटना के बाद राजस्थान सरकार एवं पुलिस प्रशासन कटघरे में खड़ा कर दिया है.'