ATS की गिरफ्त में डॉक्टर, धर्मांतरण रैकेट का है एक्टिव मेंबर, कई इलाकों में फैला रहा था जाल
नफरत फैला रहा रहा था आरोपी.
उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वाड(ATS) ने धर्मांतरण के रैकेट में शामिल 10वें आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. यूपी एटीएस ने महाराष्ट्र के यवतमाल से धर्मांतरण के नेटवर्क में शामिल फराज शाह को गिरफ्तार किया है. फराज शाह इस्लामिक दवा सेंटर से जुड़े कुमार गौतम के निर्देश पर महाराष्ट्र के तमाम इलाकों में धर्मांतरण के रैकेट को फैला रहा था.
गिरफ्तार हो चुके अन्य आरोपियों से पूछताछ में फराज शाह का नाम और उसके खिलाफ अहम सबूत मिले थे, जिसके बाद यूपी एटीएस ने फराज शाह को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल 20 जून को यूपी एटीएस ने दिल्ली के इस्लामिक दावा सेंटर से जुड़े कुमार गौतम और जहांगीर आलम कासमी को गिरफ्तार कर धर्मांतरण के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया था.
धर्मांतरण के केस में यूपी एटीएस अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में मिले सुबूत और आरोपियों के मोबाइल फोन में मिली कॉल रिकॉर्डिंग और Whatsapp चैट के आधार पर यूपी एटीएस ने महाराष्ट्र के यवतमाल से दसवें आरोपी डॉक्टर फराज शाह को गिरफ्तार किया है.
डॉक्टर है आरोपी फराज
एडीजी प्रशांत कुमार के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी डॉक्टर फराज शाह के बारे में 17 जुलाई को नागपुर से पकड़े गए एडम, कौसर और डॉक्टर अर्सलान के मोबाइल से मिली ऑडियो क्लिप के जरिए सुराग मिला था. यूपी एटीएस की मानें तो यवतमाल के पुसद कस्बे में रहने वाला एमबीबीएस पास डॉक्टर फराज अपने घर के पास एक क्लीनिक चलाता है. इसी क्लीनिक की आड़ में धर्मांतरण से जुड़ी गतिविधियों को भी अंजाम दिया जा रहा था.
गौतम के इशारे पर करा रहा था धर्मांतरण
गिरफ्तार किए गए एडम, कौसर और अर्सलान के मोबाइल से यूपी एटीएस को राष्ट्र विरोधी और सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने वाली कई ऑडियो क्लिप मिली है. डॉक्टर फराज शाह, लखनऊ जेल में बंद अर्सलान और एडम के साथ-साथ कुमार गौतम के सीधे संपर्क में था. गौतम के इशारे पर ही फराज शाह यवतमाल इलाके में रहने वाले गरीब परिवारों का धर्मांतरण करा रहा था.
10 आरोपियों की हो चुकी है अब तक गिरफ्तारी
यूपी एटीएस को गिरफ्तार किए गए आरोपियों के मोबाइल फोन से कई आपत्तिजनक राष्ट्र विरोधी ऑडियो क्लिप मिली हैं. यूपी एटीएस अब इन सभी ऑडियो क्लिप का आरोपियों की आवाज से मिलान कराएगी और कोर्ट में दाखिल होने वाली चार्जशीट में भी इसका जिक्र करेगी. यूपी एटीएस अब तक कुल 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.
कैसे हुआ था धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़?
दिल्ली से गिरफ्तार किए गए उमर गौतम और मुफ्ती जहांगीर कासमी की पहली गिरफ्तारी के बाद एटीएस ने गुजरात के वडोदरा से हवाला रैकेट से फंडिंग करने वाले सलाउद्दीन, महाराष्ट्र के नागपुर से कौसर, एडम, और डॉक्टर अर्सलान को गिरफ्तार किया था. इन सभी आरोपियों से पूछताछ के बाद ही यूपी एटीएस ने हरियाणा के मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान, महाराष्ट्र के इरफान शेख और राहुल भोला को गिरफ्तार किया था.
नफरत फैला रहा रहा था आरोपी
एडीजी प्रशांत कुमार के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी फराज, उमर गौतम के सीधे संपर्क में था. एडम और अन्य साथियों के साथ डॉक्टर फराज मिलकर महाराष्ट्र के कई जिलों में साजिश के तहत बड़ी संख्या में धर्मांतरण करा रहा था. इस काम के लिए फराज लोगों में उनके मूल धर्म के प्रति विद्वेष पैदा कर धर्मांतरण के लिए उकसाता था.
सूत्रों की मानें तो डॉक्टर फराज शाह के तार सलाउद्दीन के जरिए हो रही विदेशी फंडिंग से भी जुड़े हैं. फिलहाल कोर्ट ने आरोपी को को न्यायिक हिरासत में जेल पहुंचा दिया है. यूपी एटीएस अब डॉक्टर फराज को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ करेगी.