लखनऊ (आईएएनएस)| यूपी सरकार की छवि धूमिल करने वाले डॉक्टरों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को अवैध वसूली व दवाओं की कालाबाजारी समेत अन्य गंभीर आरोपों में घिरे डॉक्टर को जांच के बाद बर्खास्त कर दिया गया है। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने दो टूक कहा है कि नियमों के खिलाफ काम करने वाले किसी भी डॉक्टर-कर्मचारी को बख्शा नहीं जायेगा। उधर, अनैतिक कार्यों में लिप्त चित्रकूट के डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया है।
जौनपुर में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के पद पर तैनात डॉ. अनिल कुमार शर्मा पर गंभीर आरोप लगे। पद पर रहते हुए दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरती। अवैध रूप से वसूली की। दवाओं की कालाबाजारी की। महिलाकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार जैसी कतिपय गम्भीर शिकायतें भी मिली थीं। शिकायत मिलने के बाद आरोपी डॉक्टर को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशालय से संबद्ध कर दिया गया था। जाँच के बाद कमेटी को आरोप सही मिले। इसके बाद डॉ. अनिल कुमार शर्मा को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है।
चित्रकूट के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खो में तैनात डॉ. रामशरण पर अनैतिक कार्यों में संलिप्तता होने के आरोप लगे हैं। इससे विभाग की छवि धूमिल हो रही है। शिकायत मिलने के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने डॉक्टर को निलंबित कर दिया है। उन्हें तत्काल मण्डलीय अपर निदेशक, चित्रकूट, बॉदा कार्यालय में सम्बद्ध कर दिया गया है। इस संबंध में प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने आदेश जारी कर दिया है।
बिधूना के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज में देरी से मरीज की मृत्यु की घटना को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गंभीरता से लिया है। डिप्टी सीएम के निदेशक पर औरेया सीएमओ को मामले की जांच के निर्देश दिये हैं। ब्रजेश पाठक ने कहा है कि कमेटी को दो दिन के भीतर जाँच पूरी करनी होगी। दोषी मिलने पर कठोर कार्रवाई की जायेगी।