डीएम ने एसपी को जांच कर कार्रवाई करने कहा, अस्पताल से सामने आया बेहद ही चौंकाने वाला मामला

वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल.

Update: 2024-09-07 05:26 GMT

सांकेतिक तस्वीर

लखनऊ: कुशीनगर बरवापट्टी थाना क्षेत्र के दशहवा में निजी अस्पताल में भर्ती महिला और नवजात बच्चे को डिस्चार्ज कराने के लिए एक व्यक्ति द्वारा अपने एक बेटे को बीस हजार रुपये में बेचे जाने की खबर से सनसनी फैल गई। डीएम ने एसपी को जांच कर कार्रवाई करने को कहा है। इस घटना से सम्बंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि हम वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करते है। इस मामले में एक सिपाही पर भी रुपये लने का आरोप लगा है।
बरवापट्टी थाना क्षेत्र निवासिनी एक महिला गर्भवती थी। उसे पहले से चार पुत्र और एक पुत्री है। महिला का पति बेहद गरीब है। मजदूरी कर परिवार का पेट पालता है। महिला को प्रसव पीड़ा हुई तो उसके पति ने गांव के ही एक निजी अस्पताल में उसे भर्ती करा दिया। महिला ने बेटी को जन्म दिया। वहां की महिला चिकित्सक ने इलाज आदि पर आए खर्च जमा कराने को कहा। उसने चार हजार रुपये मांगे।
रुपये नहीं जमा कर पाने की वजह से महिला और उसके बच्चे को अस्पताल प्रशासन डिस्चार्ज नहीं कर रहा था। मजबूर होकर उसने अपने छोटे पुत्र को एक व्यक्ति को 20 हजार रुपये में दे दिया। चार हजार रुपये निजी अस्पताल में जमा कर पत्नी व बच्ची को घर ले गया। पत्नी को घर छोड़ कर वह तमकुही राज तहसील गया। वहां बच्चा लेने वाले शख्स ने स्टाम्प पर लिखा पढ़ी कराई। शुक्रवार को गांव और आसपास बच्चा बेचने की बात फैल गई। जिस निजी अस्पताल में प्रसव होने की बात सामने आ रही है उसमें शुक्रवार को पूरे दिन ताला लटका रहा। इस सम्बंध में जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने कहा है कि जानकारी एसपी को दी गई है। उन्होंने थाने से टीम रवाना कर दी है। जब तक सच्चाई सामने नहीं आ जाती, तब तक इस बारे में कुछ भी कहना उचित नहीं होगा। गुरुवार की चुपके से हरेश अपने मासूम बेटे को लेकर तमकुहीराज तहसील गया था और वहां से बिना बेटे के लौटा। शुक्रवार को घर में उसकी पत्नी ने रोना पीटना शुरू किया तब यह बात गांव में फैली। गांव में बात फैलने के बाद हरेश पटेल ने बेटे को गोदनामा भोला यादव के नाम से बना कर उसे सौंपने की बात कबूल की।
हरेश ने वायरल वीडियो में एक सिपाही भी रुपये लेने का आरोप लगाया है। उसने कहा है कि सिपाही उसके घर पहुंचा था। बच्चा बेचने की बात कहते हुए उसने थाने चलने को कहा तो थाने जाने के डर से उसने उसे भी किसी दलाल के माध्यम से पांच हजार रुपये दिए। इस संबंध में बरवापट्टी के एसओ ने बताया कि उन्हें ऐसे किसी मामले की जानकारी नहीं है। न ही कोई ऐसी शिकायत ही आयी है।
एसपी संतोष कुमार मिश्र ने बताया कि पुलिस पिता से पूछताछ कर रही है। उसने बच्चा किसे सौंपा, वह कहां है, इसकी जानकारी करा कर उसे बरामद किया जाएगा। इसके बदले जिसने पैसे दिए, उसे भी पकड़ा जाएगा। जिस सिपाही पर आरोप लगा है, वह भी कार्रवाई की जद में है। सीओ तमकुहीराज को प्रकरण की जांच व कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
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