अन्नपूर्णा खाद्य पैकेट योजना में धनिया और नमक के नमूनों में मिली गड़बड़ी, वितरण पर रोक

Update: 2023-08-30 12:42 GMT
टोंक। टोंक मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट की जांच प्रदेशभर में चल रही है। प्रदेश के कई जिलों में लिए गए नमूनों में कुछ गड़बड़ सामने आई है। टोंक में पैकेट में शामिल सभी खाद्य सामग्री की जांच कराई जा रही है। ऐसे में जिला कलक्टर के आदेश पर इसके वितरण पर रोक लगाई है। टोंक. जिले के चयनितों को दिए जा रहे मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट पर रोक लगा दी गई है। यह पैकेट अब तक बंटेंगे जब उनकी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से जांच हो जाएगी। रसद विभाग के मुताबिक फिलहाल नमक व धनिया में गड़बड़ सामने आई है। ऐसे में जिला कलक्टर के निर्देश पर मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट वितरण पर रोक लगाई दी गई है। इसके चलते फूड पैकेट लेने के लिए चयनित राशन की दुकानों के चक्कर लगा रहे हैं। जिले में लक्ष्य के मुताबिक आधे चयनितों तक ही फूड पैकेट पहुंचे हैं। राज्य सरकार की ओर से जिले के 2 लाख 37 हजार 650 चयनितों को मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट वितरित किए जाने थे।
लेकिन गत 15 अगस्त से शुरू हुए पैकेट वितरण में अब तक महज एक लाख 35 हजार 363 चयनितों को ही पैकेट दिए गए हैं। यानी के जिले के 56.96 प्रतिशत चयनितों को ही मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट का लाभ मिला है। गत 15 अगस्त से शुरू हुई मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना में पहले प्रत्येक दुकान में 100-100 पैकेट भेजे गए थे। इसके बाद मांग अनुसार दोबारा पैकेट भेजे गए। जिले में 551 राशन की दुकानें संचालित है। सभी दुकानों पर फूड पैकेट के किट दिए गए। पैकेट में एक किलो चना दाल, एक किलो चीनी, एक किलो नमक, 100 ग्राम मिर्च पाउण्डर,100 ग्राम धनिया, 50 ग्राम हल्दी और एक लीटर तेल है। एक पैकेट की कीमत करीब 326 रुपए हैं। जिले की राशन की दुकानों में मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट मौजूद है। वहीं रसद विभाग ने सभी राशन डीलरों को आगामी आदेश तक मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट वितरण पर रोक लगाने को कहा है। ऐसे में चयनित दुकान पर पहुंच रहा है। लेकिन उन्हें यही कहा जा रहा है कि अगली बार पैकेट दिए जाएंगे। ऐसे में चयनित परेशान है।
Tags:    

Similar News

-->