नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में सोमवार शाम को 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी-तूफान आने और भारी बारिश के कारण दो लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। शहर में कई पेड़ उखड़ गए, सड़क और हवाई यातायात बाधित हुआ और ऐतिहासिक जामा मस्जिद समेत कई इमारतों तथा वाहनों को नुकसान पहुंचा है।
पुलिस और दमकल विभाग के पास बचाव के सैकड़ों फोन आए, जबकि लोगों को लुटियंस दिल्ली, आईटीओ, कश्मीरी गेट, एमबी रोड और राजघाट समेत कई इलाकों में जलभराव और पेड़ उखड़ने के कारण भारी यातायात संबंधी जाम का सामना करना पड़ा।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में 2018 के बाद से पहली बार भीषण तूफान आया है। दिल्ली में शाम साढ़े पांच बजे 17.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई और आंधी-तूफान से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। सफदरजंग वेधशाला ने शाम पांच बजकर 40 मिनट पर 25 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया, जबकि दोपहर चार बजकर 20 मिनट पर 40 डिग्री से. तापमान था।
मध्य दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके में पड़ोसी की बालकनी का एक हिस्से गिरने से 50 वर्षीय शख्स की मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब वह अपने घर के बाहर खड़ा हुआ था।
पुलिस उपायुक्त (मध्य) श्वेता चौहान ने बताया कि मृतक की पहचान कैलाश के रूप में की गई है और दरियागंज के संजीवन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई थी।
उत्तरी दिल्ली के अंगूरी बाग में 65 वर्षीय बसीर बाबा नाम के बेघर व्यक्ति पर पीपल का एक पेड़ गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई। एक अन्य घटना में चांदनी चौक के कबूतर बाजार के समीप कार पर नीम का पेड़ गिरने के बाद उसमें एक साल के बच्चे समेत एक परिवार के तीन सदस्यों को बचाया गया।
ऐतिहासिक जामा मस्जिद का गुंबद क्षतिग्रस्त हो गया। जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि मस्जिद की एक मीनार और अन्य हिस्सों से पत्थर टूटकर गिरने से दो लोग घायल हो गए।
पुलिस ने बताया कि सोमवार को रात आठ बजे तक पेड़ गिरने के बारे में कम से कम 294 कॉल्स आए। दिल्ली दमकल पुलिस को मकान ढहने की आठ सूचनाएं मिली। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। पालम मौसम स्टेशन में हवा की रफ्तार अधिकतम 70 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई।