DFO ने आरोपी रेंजर के काम को बताया सरणीय
उत्तराखंड : कब तक विभाग की छबि को धूमल करते रहंगे ये जिम्मेदार अधिकारी इस विषय को लेकर भी शनिवार को हुई थी विशेष वार्ता प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक जी से पिथौरागढ़ DFO गणतंत्र दिवस समारोह में सराहनीय कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को सम्मानित किए जाने वाली सूची में अवैध पेड़ कटान के आरोपी …
उत्तराखंड : कब तक विभाग की छबि को धूमल करते रहंगे ये जिम्मेदार अधिकारी इस विषय को लेकर भी शनिवार को हुई थी विशेष वार्ता प्रमुख वन संरक्षक अनूप मलिक जी से पिथौरागढ़ DFO गणतंत्र दिवस समारोह में सराहनीय कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को सम्मानित किए जाने वाली सूची में अवैध पेड़ कटान के आरोपी रेंजर का नाम भेजने को लेकर पिथौरागढ़ के डीएफओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है.दरअसल, गणतंत्र दिवस पर 29 अधिकारी-कर्मचारियों को प्रदेश भर से चयनित करते हुए उनके सराहनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया जाना था. जिसमें एक ऐसे रेंजर का भी नाम शामिल था जिसे अवैध पेड़ कटान के मामले में न केवल निलंबित किया गया, बल्कि आरोप पत्र भी जारी किए गए. यही नहीं, अभी इस रेंजर को क्लीन चिट भी नहीं दी गई है. लेकिन इस सबके बावजूद पिथौरागढ़ वन प्रभाग के डीएफओ जीवन मोहन दगडे द्वारा आरोपी रेंजर का नाम प्रस्ताव के रूप में वन मुख्यालय को भेज दिया गया.
आरोपी रेंजर को सम्मान सूची में जगह देने पर वन प्रमुख सख्त, पैरवी करने वालों पर लटकी कार्रवाई की तलवार
इससे वन विभाग की जमकर किरकिरी हो रही है. हालांकि गणतंत्र दिवस पर इस रेंजर का नाम सम्मानित होने वाले अधिकारी-कर्मचारियों की सूची से हटा दिया गया था. लेकिन सवाल यह उठ रहे थे कि आखिरकार ऐसे वन विभाग के अधिकारी का नाम डीएफओ ने किस आधार पर भेज दिया. पेट्रोल न्यूज़ ने भी इसी को लेकर सवाल उठाए थे.