'गन कल्चर' पर रोक के बावजूद ये दुकानदार धड़ल्ले से चला रहे अपना कारोबार
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अमृतसर। पंजाब में लूटमार व कत्लेआम होना एक आम बात हो गई है। इसे रोकने के लिए पंजाब सरकार की तरफ से बहुत बड़े-बड़े प्रयास किए जा रहे हैं। उसी के चलते पंजाब सरकार की तरफ से गन कल्चर को रोकने के लिए एक मुहिम शुरू की गई है। अगर कोई भी व्यक्ति अपने फेसबुक, इंस्टाग्राम, टि्वटर या फिर यूट्यूब पर पंजाबी सिंगर के द्वारा कोई गन कल्चर को प्रमोट करने वाला गीत भी पोस्ट करता है तो उस पर पर्चा दर्ज किया जाएगा। इसके बाद बहुत से लोगों पर पर्चे दर्ज कर दिए गए हैं। गन कल्चर को प्रमोट करने वाला ऐसा ही एक मामला अमृतसर के कटर बगिया में देखने को मिला है। जानकारी के अनुसार यहां एक पतंग की दुकान पर गन कल्चर को प्रमोट करने वाली सिद्धू मूसेवाला की गन के साथ बनी पतंगें बिक रही थीं। इसके बाद दुकानदार से जब पूछा गया कि पंजाब सरकार की तरफ से गन कल्चर को रोकने के लिए बहुत बड़े-बड़े प्रयास किए जा रहे हैं तो वहीं आप सिद्धू मूसेवाला की गन के साथ बानी पतंगें बेच रहे हो।
इस पर दुकानदार ने कहा कि सरकार की तरफ से गन कल्चर को रोकने के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं वह काफी सराहनीय है। गन कल्चर को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाना चाहिए क्योंकि आए दिन पंजाब में बहुत बड़ी-बड़ी वारदातें हो रही हैं। दुकानदार का कहना था कि पंजाब का माहौल इतना खराब हो चुका है कि उन्हें खुद को रात के 9-10 बजे के बाद घर से बाहर जाने से डर लगता है। लेकिन पतंग बेचना उनका कारोबार है उन्हें मजबूरी में ऐसी पतंगे बेचनी पड़ रही है। इस तरह की पतंगे 4 महीने पहले से ही तैयार हो चुकी हैं, जिसका आर्डर उन्होंने 4 महीने पहले दिया था। यह सारी पतंगें बाहर से बनकर आती हैं जैसे जयपुर, कानपुर, आगरा, अहमदाबाद में तैयार होती है। सरकार की तरफ से गन कल्चर को रोकने के लिए अब रोक लगाई गई है। दूसरी ओर अब देखना यह होगा कि सरकार की तरफ से गन कल्चर को रोकने के लिए जो मुहिम शुरू की गई है, क्या सरकार उसे पूरी निभा पाएगी। सरकार के लिए यह एक बहुत बड़ी चुनोती बनी हुई है।