दिल्ली: 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर शरद पवार को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन यानी यूपीए का अध्यक्ष बनाने की मांग उठने लगी है. इस बार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की यूथ विंग की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रस्ताव लाकर शरद पवार को यूपीए का अध्यक्ष बनाए जाने की मांग की गई है. इस दौरान देशभर के करीब 100 से अधिक प्रतिनिधि मौजूद थे.
एनसीपी यूथ विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरज शर्मा ने कहा, 'हमने प्रस्ताव पेश किया था, जिसमें सिफारिश की गई थी कि शरद पवार को क्षेत्रीय दलों का नेतृत्व करना चाहिए और कांग्रेस को क्षेत्रीय दलों के लिए जगह छोड़नी चाहिए. हम सोनिया गांधी का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन चाहते हैं कि शरद पवार को यूपीए का अध्यक्ष बनाया जाए.'
धीरज शर्मा ने कहा, 'मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में एनसीपी प्रमुख शरद पवार की व्यापक स्वीकार्यता है, उन्हें यूपीए अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करना उचित होगा. उन्हें कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय दलों के गठबंधन का नेतृत्व करना चाहिए. हम देखेंगे कि हम इस संबंध में एक साथ क्या कर सकते हैं.' धीरज ने कहा कि शरद पवार को यूपीए में महत्वपूर्ण पद मिलना चाहिए.
इससे पहले राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बोलते हुए शरद पवार ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर आरोप लगाया कि वह राजनीतिक प्रतिशोध के लिए विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही है और केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा छापेमारी करवा रही है,
अनिल देशमुख और नवाब मलिक पर छापेमारी का जिक्र करते हुए शरद पवार ने कहा, 'आज सत्ता में बैठे लोगों का मानना है कि जो लोग हमारी विचारधारा के साथ हैं, वे दुश्मन हैं. सीबीआई-ईडी की छापेमारी आम बात हो गई है और राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने के लिए राजनीतिक प्रतिशोध के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है.'
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा, 'एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना के हर नेता के खिलाफ कुछ न कुछ चल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन में एक बात है: वह कश्मीर से कन्याकुमारी तक भाजपा का शासन चाहते हैं, भले ही लोगों की इच्छा कुछ भी हो.'