पंजाब। अमृतसर में शुक्रवार को दिनदहाड़े एक रिहायशी इलाके में शिवसेना नेता सुधीर सूरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस मामले में पुलिस ने हमलावर संदीप सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी की कार भी जब्त कर ली है. उसकी कार में खालिस्तानियों का पोस्टर लगा हुआ है. सुधीर सूरी अपने भड़काऊ भाषणों को लेकर चर्चा में रहते थे. पंजाब पुलिस ने इन बार उनके खिलाफ केस दर्ज किया था. उन्हें जेल भी जाना पड़ा है. वह 2016 से खालिस्तानियों की हिट लिस्ट में थे.
वहीं शिवसेना नेता के बेटे ने सरकार से अपने पिता को शहीद का दर्ज देने की मांग की है. उसने कहा कि अगर सरकार ऐसा नहीं करती तो वह अपने पिता का अंतिम संस्कार नहीं करेगा. वहीं डीजीपी गौरव यादव ने घटनास्थल स्थल पहुंचकर वहां का जायजा लिया. इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना नेता की हत्या में आतंकवाद या अमृतपाल के लिंक पर डीजीपी गौरव यादव बोले कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन हम सभी एंगल से जांच करेंगे.
जानकारी के मुताबिक संदीप सिंह उर्फ सनी कट्टरपंथी सिख युवक है. वह 'वारिस पंजाब दे' का अनुयायी है. यह एक कट्टरपंथी सिख संगठन है. उसने हाल में ही संगठन के चीफ अमृतपाल सिंह सहित नेताओं से मुलाकात की थी. पुलिस पूछताछ में हमलावर संदीप ने किसी संगठन के कहने पर शिवसेना नेता की हत्या करने की बात से इनकार किया है. संदीप का कोई पुराना इतिहास नहीं है लेकिन इंस्टाग्राम और फेसबुक पर उसके हालिया पोस्ट से पता चलता है कि वह कट्टरपंथी है. संदीप सिंह ने अपने अकाउंट से अमृतपाल सिंह के कई वीडियो पोस्ट किए और जिनमें खालिस्तान समर्थक नेता से मुलाकात का एक वीडियो भी शामिल है.
इंटेलिजेंस को शिवसेना नेता पर हमले की इनपुट पहले ही मिल गए थे. इसके अलावा पंजाब के कई गैंगस्टरों से धमकी मिलने के बाद पुलिस ने उन्हें हाल में ही सुरक्षा दी थी. हमले के वक्त पंजाब के आठ पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया था. इसके बाद भी हमलावर ने पुलिस के सामने उन्हें गोली मार दी. ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं.