सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में दिल्ली पुलिस ने चार शूटर्स की पहचान, गोल्डी बरार के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी
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सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में दिल्ली पुलिस ने चार शूटर्स की पहचान की है. पुलिस को शक है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या में ये चारों शामिल थे. हत्या के बाद से ही ये अपने तमाम ठिकानों से गायब हैं. ये चारों लॉरेन्स बिश्नोई और संदीप उर्फ काला जठेड़ी गैंग के शूटर्स हैं. पंजाब के मानसा जिले में 29 मई को अज्ञात हमलावारों ने मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
यहां के रहने वाले हैं शूटर्स
इनमें से मनप्रीत उर्फ मन्नू पंजाब के मोगा का रहने वाला है और ये लॉरेन्स बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है. इसके अलावा पंजाब के अमृतसर के गांव जोड़ा का रहने वाला रूपा भी लॉरेन्स बिश्नोई गैंग से जुड़ा हुआ है. जबकि मूसेवाला हत्याकांड को अंजाम देने वाले जो दो शूटर्स काला जठेड़ी गैंग से जुड़े हुए हैं. उनके नाम हैं प्रियव्रत उर्फ फौजी और अंकित. ये दोनों ही हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले हैं.
पुलिस कर रही रेड
पुलिस अब इन चारों की तलाश में अलग-अलग जगहों पर रेड कर रही है. दूसरी ओर, इंटरपोल ने पंजाब पुलिस के कहने पर गैंगस्टर गोल्डी बरार और आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी किया. गोल्डी सिद्धू मूसेवाला की हत्या में मुख्य आरोपी है और कनाडा में छिपा है जबकि हरविंदर सिंह रिंदा पाकिस्तान में छिपा हुआ है.
बुधवार को पुणे से गिरफ्तार हुआ था एक आरोपी
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में एक संदिग्ध सिद्धेश हिरामन कांबले उर्फ महाकाल को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया था. अधिकारियों ने बताया कि कांबले और एक अन्य संदिग्ध संतोष जाधव दोनों मूसेवाला हत्याकांड में शामिल थे और साजिश के बारे में इन्हें भी पता था. कांबले और जाधव पुणे के रहने वाले हैं.
उन्होंने बताया कि जाधव की पहचान हत्याकांड में शामिल शूटर के रूप में की गई है. महाराष्ट्र के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) कुलवंत कुमार सारंगल ने कहा कि कांबले गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य है. सारंगल ने कहा कि जाधव ने ही कांबले को बिश्नोई गिरोह में शामिल कराया जोकि मूसेवाला हत्याकांड में वांछित है.