नई दिल्ली (आईएएनएस)| दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ने हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके से पकड़े गए दो आतंकवादियों के चार साथियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। सूत्रों ने बताया कि मॉड्यूल में आठ लोग शामिल थे और वे 'सिग्नल ऐप' के जरिए सीमा पार बैठे अपने आकाओं (हैंडलर) के संपर्क में थे।
सूत्रों ने कहा, दो लोग हथियारों की खरीद करते थे और दो अन्य उन्हें मॉड्यूल के सदस्यों को आपूर्ति करते थे। पुलिस द्वारा हाल ही में पकड़े गए दो आतंकवादियों को हैंड ग्रेनेड और पिस्तौल की आपूर्ति की गई थी।
सूत्रों ने बताया कि हथियार पाकिस्तान से आए थे।
29 वर्षीय जगजीत सिंह उर्फ जग्गा उर्फ याकूब और 56 वर्षीय नौशाद ने दक्षिणपंथी नेताओं को निशाना बनाते हुए आतंकवादी अभियान चलाने की योजना बनाई थी, लेकिन दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ के अधिकारियों ने इससे पहले कि वे वारदात को अंजाम दे पाते, उन्हें पकड़ लिया।
सूत्रों के मुताबिक नौशाद पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन हरकत-उल-अंसार से जुड़ा है।
नौशाद लंबे समय से तिहाड़ में था और वहां वह 'लाल किले पर हमला' मामले के एक आरोपी आरिफ मोहम्मद और एक आतंकवादी सोहेल के संपर्क में आया। सोहेल को बाद में 2018 में रिहा कर दिया गया और वह पाकिस्तान चला गया और लश्कर में शामिल हो गया। लेकिन नौशाद उसके संपर्क में था।
जगजीत सिंह के बारे में कहा जाता है कि वह पंजाब के बंबीहा गिरोह के संपर्क में है और उसने खालिस्तानी संचालकों के साथ संपर्क स्थापित किया।
जगजीत को विदेशों में बैठे देशद्रोही तत्वों के निर्देश मिलते रहे हैं। सूत्रों ने कहा कि वह उत्तराखंड में हत्या के एक मामले में पैरोल जम्पर है।