रंगदारी मांगने की कोशिश! व्यापारी से मांगे एक करोड़, फिर...
इस काम में उसके एक दोस्त ने उसका साथ दिया।
नई दिल्ली (आईएएनएस)| खुद को नीरज बवानिया गैंग का सदस्य बताकर एक व्यापारी से उसके एक पूर्व कर्मचारी ने एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने की कोशिश की। इस काम में उसके एक दोस्त ने उसका साथ दिया। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। आरोपियों की पहचान शहर के गांव सलाहपुर माजरा निवासी अजय (22) और आनंद (29) के रूप में हुई है।
अधिकारी ने कहा कि आनंद ने करीब एक साल पहले पीड़ित व्यवसायी के साथ केवल 45 दिन काम किया है, जबकि अजय दिल्ली से बीए फाइनल ईयर का छात्र है।
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, दोनों आरोपी पहले किसी अन्य आपराधिक मामले में शामिल नहीं रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक, मंगोलपुरी इंडस्ट्रियल एरिया दिल्ली और कुंडली में कारोबार करने वाले शिकायतकर्ता के पास 16 और 18 अप्रैल को नीरज बवानिया गिरोह के नाम पर एक करोड़ रुपये की रंगदारी की कॉल आई थी।
पुलिस उपायुक्त (बाहरी) हरेंद्र कुमार सिंह ने कहा, जांच के दौरान, जबरन वसूली की फोन कॉलों की निगरानी की गई, जिसमें यह पाया गया कि आरोपी ने शिकायतकर्ता को रिठाला चौक पर पैसे सौंपने के लिए बुलाया था। इसके अलावा, दुश्मनी के पहलू का भी विश्लेषण किया गया। साथ ही व्यवसायी के पूर्व कर्मचारियों पर भी निगरानी की जा रही थी।
हालांकि, कॉल करते समय कॉल करने वाले द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों के विश्लेषण से परिचित पैटर्न का पता चला, जिससे टीम को एक पूर्व कर्मचारी पर तक पहुंचने में मदद मिली जिसने एक साल पहले नौकरी छोड़ दी थी।
डीसीपी ने कहा, इसके बाद छापेमारी की गई और आनंद को गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि आनंद ने नीरज बवानिया गैंग के नाम पर शिकायतकर्ता को व उसके परिवार को जान से मारने की धमकी देकर उससे एक करोड़ रुपये की उगाही की आपराधिक साजिश रची थी।
डीसीपी ने कहा, योजना के अनुसार, उसके दोस्त अजय ने पीड़ित को रंगदारी के लिए फोन किया था। इसके बाद अजय को भी गिरफ्तार कर लिया गया और अपराध में इस्तेमाल किया गया मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया।