नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण बढ़ने के बीच ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण के तहत पाबंदियां जारी हैं. दिल्ली में आज (शनिवार), 12 नवंबर को सुबह 10 बजे के करीब औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स 337 दर्ज किया गया जो कि 'बहुत खराब' कैटेगरी में आता है. पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं के बीच देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण की समस्या चिंता का विषय है. लेकिन बिहार की हवा दिल्ली, यूपी, पंजाब और राजस्थान से अधिक जहरीली है.
बिहार का कटिहार शहर प्रदूषण के मामले में दिल्ली-यूपी और पंजाब से आगे है. केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, बिहार के कटिहार में दोपहर 12 बजे के करीब AQI 371 दर्ज किया गया है, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है. वहीं, दिल्ली की बात करें तो आनंद विहार स्टेशन पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 321 रिकॉर्ड किया गया है.
भोपाल AQI- 308
लखनऊ AQI- 204
जयपुर- 264
अमृतसर- 210
कटिहार AQI- 371
बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को 'खराब', 301 से 400 को 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को 'गंभीर' माना जाता है. मौसम विभाग के मुताबिक, हवाओं की दिशा बदलने और तापमान के कम होने की वजह से शुक्रवार से प्रदूषण का स्तर फिर बिगड़ना शुरू हो गया है. हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ने के पीछे पराली से आने वाले धुंए को जिम्मेदार बताया जा रहा है.
मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक, प्रदूषण से अभी राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. उत्तर पश्चिम दिशा से हवा चलने से पराली का धुआं वातावरण में घुल रहा है. इसलिए हवा की गुणवत्ता ज्यादा खराब होने से रोकने के लिए GRAP के तीन चरणों के तहत प्रतिबंध अभी जारी रहेंगे.