रक्षा मंत्री ने किया ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पीटर डटन से चर्चा, कल होगी 'टू-प्लस-टू' की पहली वार्ता
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने शुक्रवार को अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पीटर डटन के साथ समग्र द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए व्यापक बातचीत की.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने शुक्रवार को अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पीटर डटन के साथ समग्र द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए व्यापक बातचीत की. यह बातचीत भारत और ऑस्ट्रेलिया के विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच होने वाली 'टू-प्लस-टू' की पहली वार्ता से एक दिन पहले हुई. एक अधिकारी ने बैठक से थोड़ी देर पहले बताया कि रक्षा मंत्रियों के बीच बातचीत के दौरान रणनीतिक संबंधों को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिस पायने और डटन टू-प्लस-टू वार्ता के लिए शुक्रवार को यहां पहुंचे. इस वार्ता के दौरान दोनों पक्षों द्वारा द्विपक्षीय रक्षा और रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने पर विचार-विमर्श करने की उम्मीद है और साथ-साथ वे अफगानिस्तान की स्थिति पर विचारों का आदान प्रदान भी करेंगे.
इस मुद्दे पर भी हो सकती है चर्चा
राजनयिक सूत्रों ने बताया कि मंत्रिस्तरीय वार्ता में, दोनों पक्षों के हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य मुखरता को देखते हुए इस क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर भी चर्चा करने की उम्मीद है.
ऑस्ट्रेलिया और भारत क्वाड या 'क्वाड्रिलेट्रल' गठबंधन का हिस्सा हैं, जिसने स्वतंत्र, खुला और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने का संकल्प लिया है. क्वाड के अन्य दो सदस्य अमेरिका और जापान हैं. सूत्रों ने कहा कि उम्मीद है कि समुद्री सुरक्षा के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करना ' टू- प्लस- टू' वार्ता में दूसरा क्षेत्र होगा जिसपर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग का विस्तार करने के लिए समग्र लक्ष्य के हिस्से के रूप में विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच वार्ता शुरू की गई है. पिछले कुछ वर्षों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रक्षा और सैन्य सहयोग बढ़ा है.
इससे पहले रूस के सुरक्षा परिषद के सचिव जनरल निकोलाई पात्रुशेव (Nikolai Patrushev) दो दिवसीय भारत दौरे पर आए थे. इस दौरान उन्होंने विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और एनएसए अजित डोभाल से मुलाकात की.
पात्रुशेव दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार यानी 7 सितंबर को भारत पहुंचे थे. 8 सितंबर को भारत और रूस के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक हुई. जानकारी के मुताबिक इस दौरान अफगानिस्तान में हुई उठा-पटक में पाकिस्तान की भूमिका, तालिबानी सरकार, आतंकी संगठन की गतिविधियों और आतंकवाद जैसे मुद्दे पर भी बात हुई. विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, रूस के सुरक्षा परिषद के सचिव जनरल निकोलाई पात्रुशेव भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल के निमंत्रण पर भारत पहुंचे थे.