अतिक्रमण हटाने को लेकर बहस, कलेक्टर ने कहा- गोली मार दो मुझे
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भिंड: मध्य प्रदेश के भिंड में अतिक्रमण हटाने के दौरान एक व्यक्ति से कलेक्टर की बहस हो गई. इस दौरान कलेक्टर आपा खो बैठे. कलेक्टर ने कहा- गोली मार दो मुझे. वहीं इस मामले का एसपी ने बीच-बचाव किया. अतिक्रमण हटाने के दौरान व्यापारी पर पुलिस ने लात घूंसे बरसाए.
भिंड कलेक्टर की शहर के सदर बाजार में अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान एक शख्स से बहस हो गई. इस दौरान कलेक्टर आपा खो दिया. कलेक्टर ने नाराज होकर कहा कि मुझे गोली मार दो. हालांकि बाद में पुलिस ने बहस करने वाले शख्स को कलेक्टर से दूर किया और एसपी ने भी मामले की का बीच बचाव किया. सदर बाजार में सड़क को चौड़ा करने के लिए फुटपाथ पर किए गए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की जा रही थी. अतिक्रमण को हटाने के दौरान भिंड एसपी शैलेंद्र सिंह और भिंड कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार खुद सदर बाजार में मौजूद रहे. अतिक्रमण हटाने के दौरान व्यापारियों ने विरोध करना शुरू कर दिया. व्यापारियों का विरोध देख पुलिस ने भी बल प्रयोग करना शुरू कर दिया. जो व्यापारी हंगामा कर रहे थे, पुलिस ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी. पुलिस ने डंडे से व्यापारियों को खदेड़ना शुरू कर दिया.
पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई को देखकर व्यापारी भी भड़क उठे. इसी दौरान एक शख्स कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस के पास पहुंच गया. उनसे बहस करने लगा. बात इतनी बढ़ी कि कलेक्टर अपना आपा खो बैठे और उन्होंने कहा कि मुझे गोली मार दो. बार-बार कलेक्टर गोली मारने की बात को दोहराते रहे. यह देखकर वहां मौजूद भिंड SP शैलेंद्र सिंह ने मामले को शांत कराया. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बहस करने वाले शख्स को भी कलेक्टर से दूर कर दिया.
अतिक्रमण हटाने की जानकारी मिलने पर भिंड के पूर्व सांसद डॉ. रामलखन सिंह सदर बाजार पहुंच गए. यहां पूर्व सांसद ने कलेक्टर से इस पूरी कार्रवाई पर रोक लगाने की बात कही. हालांकि जब कलेक्टर ने बात नहीं मानी तो पूर्व सांसद अपने समर्थकों और व्यापारियों के साथ सदर बाजार में ही धरने पर बैठ गए, लेकिन प्रशासनिक अमला अपनी कार्रवाई को आगे बढ़ाता रहा. पूर्व सांसद डॉ. रामलखन सिंह का कहना है कि प्रशासन ने कार्रवाई करने से पहले व्यापारियों को कोई भी पूर्व सूचना नहीं दी. हालांकि इस बारे में सीएसपी आनंद राय ने बताया कि पुलिस प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई है. जो व्यापारी विरोध कर रहे थे, उनको समझाइश दी गई है. पूर्व सांसद द्वारा विरोध किए जाने की बात से उन्होंने खुद को अनभिज्ञ बताया.
वहीं पूर्व सांसद डॉ. रामलखन सिंह ने कहा कि प्रशासन ने बिना सूचना दिए अचानक आकर कार्रवाई करना शुरू कर दी. प्रशासन को चाहिए कि पहले सूचना देते. नोटिस देते, जिससे जो व्यापारी अपना अतिक्रमण हटाना चाहते, वह हटा लेते, लेकिन प्रशासन ने ऐसा नहीं किया.