राजकोट: गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में छह दिनों से जारी बाढ़ में पांच और लोगों की मौत हो गई है। इससे मानसून सीजन में मरने वालों की संख्या 98 हो गई है। पांच मौतों में से तीन राजकोट जिले में, जबकि अन्य दो जूनागढ़ शहर में हुई। इस क्षेत्र में दो और लोग लापता हैं।
बाढ़ के कारण क्षेत्र में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इससे गभग 5,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा, जबकि सैकड़ों लोगों को खतरनाक स्थितियों से बचाया गया। मौसम संबंधी आंकड़ों के अनुसार, इस क्षेत्र में जुलाई में 354 मिमी की भारी बारिश हुई है, जो जून के 243 मिमी से काफी अधिक है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य के कई हिस्सों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जो मंगलवार तक और अधिक भारी बारिश के आसन्न खतरे का संकेत देता है। आईएमडी की क्षेत्रीय निदेशक मनोरमा मोहंती ने इस चेतावनी की महत्वपूर्ण प्रकृति पर जोर दिया।
सोमवार को द्वारका, पोरबंदर, महेसाणा, साबरकांठा और बनासकांठा के लिए चेतावनी जारी की गई है। अरवल्ली, गांधीनगर, अहमदाबाद, नवसारी, वलसाड, जूनागढ़ और गिर सोमनाथ सहित कई अन्य जिलों में भी छिटपुट भारी बारिश होने की संभावना है।
मंगलवार के लिए पूर्वानुमान भावनगर, नवसारी और वलसाड में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की ओर इशारा करता है। लोगों से सतर्क रहने और स्थानीय सलाह और मौसम अपडेट पर ध्यान देने का आग्रह किया गया है।