बाप रे! नवजात और मां की मौत, ब्यूटी पार्लर में हुआ कुछ यूं…

मेरठ: यूपी के मेरठ से एक अजब मामला सामने आया है। जहां एक एएनएम ने अपने घर में ब्यूटी पॉर्लर की आड़ में बने क्लीनिक में गर्भवती की डिलीवरी करा दी। आरोप है कि नवजात की मौके पर ही मौत हो गई और जच्चा की हालत बिगड़ गई। परिजनों ने पीड़िता को मेरठ के एक …

Update: 2024-01-09 07:16 GMT

मेरठ: यूपी के मेरठ से एक अजब मामला सामने आया है। जहां एक एएनएम ने अपने घर में ब्यूटी पॉर्लर की आड़ में बने क्लीनिक में गर्भवती की डिलीवरी करा दी। आरोप है कि नवजात की मौके पर ही मौत हो गई और जच्चा की हालत बिगड़ गई। परिजनों ने पीड़िता को मेरठ के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया, जहां देर रात उसकी भी मौत हो गई। मृतका आंगनबाड़ी कार्यकत्री थी। दूसरी ओर ब्यूटी पॉर्लर की आड़ में क्लीनिक की बात सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग ने जांच बैठा दी है।

ये मामला हाटा के रोहटा ब्लॉक के गांव दमगढ़ी का है। जावेद की बीवी नईमा आंगनबाड़ी कार्यकत्री थीं। रविवार दोपहर वह मीरपुर स्थित एएनएम के पास जांच कराने पहुंची तो उसने नईमा को तुरंत प्रसव की सलाह दी। एएनएम ने घर पर ब्यूटी पार्लर की आड़ में बने क्लीनिक में आंगनबाड़ी कार्यकत्री की डिलीवरी करा दी। इससे जन्मे बच्चे की मौत हो गई और ब्लीडिंग शुरू होने से जच्चा की हालत बिगड़ने लगी। यह देख एएनएम ने महिला के परिजनों को तुरंत उसे मेरठ ले जाने के लिए कह दिया। इस पर परिजन उसे लेकर एक प्राइवेट अस्पताल पहुंचे। जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई।

जच्चा-बच्चा की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों ने बताया कि नईमा की सात साल की बेटी और चार साल का बेटा है। वहीं बाल विकास पुष्टाहार व स्वास्थ्य विभाग को अवगत कराया गया। पीड़ित परिवार का आरोप है कि अप्रशिक्षित एएनएम द्वारा असुरक्षित प्रसव कराने से जच्चा की मौत हुई है।

इस मामले में सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि डिलीवरी कराने वाली एएनएम सरूरपुर में पोस्टेड है और रोहटा में रहती है। वह अपने घर पर डिलीवरी करा रही थी। इस लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। पूरे मामले की जांच के लिए टीम बनाई गई है। रिपोर्ट आने पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

घर पर अवैध रूप से प्रसव कराने के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी जिले में इस तरह की घटनाओं में कई प्रसूताओं और नवजात की जान जा चुकी है। हर बार अधिकारियों ने कार्रवाई के नाम पर जांच कमेटी बना दी, लेकिन रिपोर्ट आने के बाद क्या हुआ यह किसी को नहीं पता। करीब एक साल पहले मवाना में परीक्षितगढ़ रोड स्थित रतन नर्सिंग होम में झोलाछाप ने प्रसव के दौरान महिला की नस काट दी थी। इससे खून बह जाने से जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई थी। घटना के बाद महिला के परिजनों ने नर्सिंग होम में तोड़फोड़ कर दी थी।

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