कोरोना से हुआ मौत...घरवालों ने किया अंतिम संस्कार...लेकिन आया फोन...और फिर

कोरोना से हुआ मौत

Update: 2021-05-04 14:59 GMT

फाइल फोटो 

कोरोना वायरस के प्रकोप से देश के तमाम राज्य बेहाल हैं. ऐसे में कर्नाटक के बेलगावी में प्राइवेट अस्पताल की चूक का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. इस अस्पताल की ओर से एक जीवित कोविड-19 मरीज को मृत घोषित कर दिया गया. फिर रविवार को इस मरीज के रिश्तेदारों को किसी और शख्स का शव सौंप दिया गया.

गाइडलाइन के अनुसार किया अंतिम संस्कार
अठानी तालुक के मोले गांव के रहने वाले हालुल्ली को 1 मई को कोविड-19 के इलाज के लिए इस अस्पताल में भर्ती कराया गया. रविवार सुबह अस्पताल की ओर से हालुल्ली को मृत घोषित कर दिया गया. इसकी सूचना हालुल्ली के घरवालों को दी गई. फिर घरवालों को बॉडीबैग में एक शव सौंपा गया. हालुल्ली के घरवाले बॉडीबैग को खोलकर शव का चेहरा देखे बिना ही अपने साथ ले गए. सरकार की ओर से निर्धारित तमाम तरह की गाइडलाइंस का पालन करते हुए अंतिम संस्कार किया गया.
घर पहुंचते ही आया फोन
अंतिम संस्कार के कुछ घंटे बाद घरवाले हैरान रह गए, जब हाल्लुली का उन्हें फोन आया. जो घर वाले शोक में डूबे हुए थे उन्हें हालुल्ली के जीवित होने की खबर जानकर बहुत राहत मिली. हालांकि घरवालों और गांव वालों को ये नाराजगी भी हुई कि अस्पताल इतनी बड़ी गलती कैसे कर सकता है. कैसे किसी दूसरे शख्स के शव को घरवालों और करीबियों को भावनात्मक तौर पर इतना कष्ट पहुंचा सकता है.
इसलिए हुई चूक
बताया जा रहा है कि अस्पताल से ये बड़ी चूक इस वजह से हुई कि दोनों मरीजों का नाम एक ही था और दोनों को एक दिन ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में जिस शख्स के शव का अंतिम संस्कार हुआ था, उसके बेटे ने कागवाडी पुलिस स्टेशन में पिता की अस्थि अवशेष दिलाने के लिए एफआईआर दर्ज कराई. पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में अस्थि अवशेष मृतक के बेटे को सौंपे गए. 
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