लखीमपुर: लखीमपुर हिंसा के गवाह और भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के जिला अध्यक्ष दिलबाग सिंह की कार पर अज्ञात हमलावरों ने हमला कर दिया. बताया जा रहा है कि दिलबाग सिंह की कार पर कई राउंड फायरिंग की गई. हालांकि, इस हमले में दिलबाग सिंह बाल बाल बच गए. उधर, पुलिस ने आशंका जताई है कि शस्त्र लाइसेंस पाने के लिए दिलबाग सिंह ने खुद पर ये हमला कराया. पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
3 अक्टूबर 2021 को लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया में हिंसा हुई थी. इस हिंसा में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में गवाह दिलबाग सिंह की कार पर अज्ञात हमलावरों द्वारा फायरिंग का मामला सामने आया था. दिलबाग सिंह पर कथित हमला उस वक्त हुआ था, जब वे अपने घर जा रहे थे. आरोप है कि बाइक सवार दो अज्ञात हमलावरों ने उनकी गाड़ी पर फायरिंग की थी. इस दौरान एक गोली उनकी कार के शीशे और दूसरी गोली टायर के पास लगी थी.
इसके बाद दिलबाग सिंह ने मामले की शिकायत पुलिस के पास कराई थी. उधर, लखीमपुर खीरी जिले के एसपी संजीव सुमन ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला शस्त्र लाइसेंस पाने के लिए लगता है. बाकी फॉरेंसिक टीम और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा.
दिलबाग सिंह ने बताया था कि हमलावरों ने उनकी कार का गेट भी खोलने की कोशिश की थी. उन्होंने बताया था कि उन्हें सिक्योरिटी मिली है, लेकिन गनर का बच्चा बीमार था, इसलिए वह हमले के वक्त घर गया था. लेकिन आधे घंटे के बाद वापस आ गया था.
लखीमपुर एसपी संजीव सुमन ने बताया कि दिलबाग सिंह ने बताया है कि उनके ऊपर फायरिंग हुई है. इसके तुरंत बाद मौके पर पुलिस पहुंची. पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू की. मैं भी मौके पर पहुंचा था. लेकिन जांच में कुछ ऐसे पहलू मिले हैं, जिनसे संदेह हो रहा है. एसपी ने बताया कि दिलबाग सिंह ने घटना से कुछ दूरी पहले ही अपने साथ मौजूद दो लोगों को उतार दिया था. इसके अलावा सभी के बयान भी विरोधाभासी हैं. ऐसे में अब सीसीटीवी फुटेज की तलाश की जा रही है. जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.
एसपी ने बताया कि दिलबाग सिंह ने उनकी सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मी को छुट्टी दे दी. जबकि नियमानुसार उसे सिर्फ पुलिस विभाग की ओर से छुट्टी मिल सकती थी. इसके अलावा उसके जाते ही ये घटना हो गई. ऐसे में पुलिस गंभीरता से सभी पहलुओं पर जांच कर रही है.