सीहोर। बुधवार की रात एक युवक ने आपरेशन ब्लेड मारकर पुलिसकर्मी को गंभीर रूप से घायल कर दिया। वारदात के बाद भागने की कोशिश में युवक खुद भी घायल हो गया, जिसे पुलिस ने मंडी तिराहे से पकड़ लिया। पुलिसकर्मी व आरोपित युवक को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां दोनो का उपचार चल रहा है। इतना ही नहीं, जिला अस्पताल में भर्ती आरोपित ने स्टाफ नर्स से भी अभद्रता की है। मंडी थाने में पुलिसकर्मी की शिकायत पर आरोपित के खिलाफ हत्या का प्रयास सहित गाली-गलौज की धारा के तहत मामला दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार बुधवार की रात फूटीबावड़ी निवासी विष्णु मालवीय ने धारदार ब्लेड से पुलिसकर्मी कमलेश माली पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में पुलिसकर्मी गम्भीर रूप से घायल हो गया।
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी भाग निकला था, जिसे पुलिस ने मंडी तिराहे से दबोच लिया। भागने के प्रयास में वह गिरकर घायल हो गया था। पुलिस ने उसे व घायल पुलिसकर्मी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बताया जाता है कि देर रात लगभग तीन बजे आरोपित ने ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ नर्स से भी गाली:गलौज की। नर्स ने आरोपी के खिलाफ थाना कोतवाली में आवेदन दिया है। पुलिस कर्मी पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपित के खिलाफ मंडी थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है। मंडी थाना प्रभारी जगदीश सिंह सिद्धू ने बताया कि धारा 307 व 294 के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपित पुलिस कस्टडी में है। इधर कोतवाली थाना प्रभारी विकास खींची ने बताया कि मामले में नर्स द्वारा आवेदन दिया गया है, जिसकी जांच की जा रही है।
माथे, गाल व गले पर मारी ब्लेड
आरक्षक कमलेश माली पिता हरिशंकर माली उम्र 35 साल ने बताया कि रात नौ बजे करीब घटना स्थल अरविंद राठौर की चाय की दुकान के सामने माता मंदिर मण्डी सीहोर आरक्षक शैलेन्द्र व नरोत्तम केन के साथ खड़ा था। हम तीनों माता मंदिर पर अरविन्द राठौर की चाय की दुकान में चाय पीकर निकल रहे थे। मैं अपनी गाड़ी स्टार्ट करने को हुआ कि तभी बिजौरी का विष्णु जिसे मैं पहले से पहचानता हूं, आकर मुझसे उलझने लगा। मैने समझाने की कोशिश की और कहा कि तुम अपने घर जाओ नशे मे लग रहे हो, तो विष्णु ने अपनी पैंट से आपरेशन वाली ब्लेड निकालकर जान से मारने की नीयत से मेरी गर्दन पर प्रहार किया। मैने अपने आप को बचाने की कोशिश की तो ब्लेड मेरे माथे पर लगी और खून निकलने लगा। उसने दूसरा वार किया तो ब्लेड मेरे गाल पर लगी। मेरे साथियों व आसपास के लोगो ने बचाने की कोशिश की तो विष्णु ने तीसरा वार मेरे गले पर किया। गनीमत रही कि मेरे साथ वालों नहीं बचा लिया नहीं तो वह मुझे जान से मार देता।