मृत व्यक्ति को लगा दूसरा डोज: मोबाइल पर आया एसएमएस, हुआ बवाल

जांच के आदेश

Update: 2021-12-10 09:04 GMT

मध्यप्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन के रिकॉर्ड को अपडेट करने में बरती जा रही लापरवाही के कारण कई तरह की शिकायतें सामने आ रही हैं। ताजा उदाहरण ग्वालियर का है जहां कोरोना का पहला डोज लेने वाले एक व्यक्ति की कोरोना से ही मौत हो गई लेकिन कोरोना रिकॉर्ड का अपडेशन नहीं होने की वजह से उस व्यक्ति को दूसरे डोज का एसएमएस भेज दिया गया है। ग्वालियर थाना क्षेत्र के सेवा नगर में रहने वाले 81 साल के रामजी दास गुप्ता ने कोरोना वैक्सीन का पहला डोज 11 अप्रैल 2021 को लगवाया था। उसके बाद वे कोरोना पॉजिटिव हो गए। परिजनों ने उन्हे जयारोग्य अस्पताल में भर्ती कराया जहां स्वस्थ होने पर उन्हें 30 मई 2021 को डिस्चार्ज कर दिया गया। रामजी दास की तबियत फिर खराब होने पर परिजनों ने उन्हें 6 जून 2021 को आरोग्य धाम अस्पताल में भर्ती कराया जहां 9 जून को उनकी मृत्यु हो गई। लेकिन उनके परिजन कल 9 दिसंबर को उस समय चौंक गए जब मृतक के मोबाइल नंबर पर उन्हें दूसरा डोज लगाने और दोनों डोज लगाने का मैसेज आया। बेटे ने मैसेज देखने के बाद सर्टिफिकेट भी डाउनलोड किया तो वो भी हो गया। अब वे हैरान हैं कि मृत व्यक्ति को कैसे वैक्सीन लग सकती है।

मृतक के बेटे राजीव कुमार गुप्ता का कहना है कि वे शिकायत लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के पास गए तो उन्होंने कह दिया गलती से मैसेज चला गया होगा। उनका कहना है कि प्रशासन अपना टारगेट पूरा करने के लिए यह सब कर रहा है यह एक बड़ी लापरवाही है।इस मामले को लेकर CMHO मनीष शर्मा का कहना है कि उनके मोबाइल नंबर की गलती से ऐसा हो जाता है।


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