जंगल में मिली मादा तेंदुए की लाश, वन विभाग जांच में जुटा
आस-पास मिला फांसी का फंदा
सागर। सागर जिले में तेंदुए की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। चार महीने के अंदर तीन तेंदुए मृत अवस्था में मिले। ताजा मामला कुसुमगढ़ बीट का है। जहां तेंदुआ मृत अवस्था में मिला। इसके पहले जनवरी में गढ़ाकोटा वन परिक्षेत्र में दो तेंदुए संदिग्ध अवस्था में मृत मिले थे। जानकारी के मुताबिक दक्षिण वन मंडल के कुसुमगढ़ के जंगल में शनिवार को मृत अवस्था में मादा तेंदुआ का शव मिला है। तेंदुआ के शव में गर्दन के पास फंदे के निशान भी मिले हैं। सूचना के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा बनाकर उसे पीएम के लिए भेज दिया है। डाक स्क्वाड से घटना स्थल पर सर्चिंग भी की गई। इसमें आसपास कुछ फंदे भी मिले हैं। मामले की जांच की जा रही है। दोपहर करीब पौने 12 बजे वन विभाग को बिलहरा के कुसुमगढ़ के जंगल में तेंदुए का शव मिलने की जानकारी मिली, जिसके बाद मौके पर डीएफओ, रेंजर सहित बीट गार्ड व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने मौका मुआयना किया।
टीम के साथ पहुंचे श्वान दल ने घटना स्थल सहित आसपास जांच की, जिसमें शव से कुछ दूरी पर जंगल में जीआई तार से बने कुछ फंदे मिले। शव पर फंदा लगा तो नहीं मिला, लेकिन गर्दन पर फंदे से चोट के निशान जरूर मिले हैं। शव का पंचनामा बनाया गया है। शव को पीएम के लिए शाम को जबलपुर के लिए रवाना कर दिया गया है। जंगल में जिस जगह पर तेंदुए का शव मिला, वह गांव से करीब दो किलोमीटर दूर है। पास में ही पानी का स्रोत भी है। पानी पीने के लिए आने वाले वन्य जीवों की हत्या के लिए शिकारियों ने यहां घात लगाया था। वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि घटना स्थल के पास शिकारियों द्वारा की गई इस हत्या के कुछ सुराग मिले हैं। इसके आधार पर विवेचना की जा रही है। गौरतलब है कि इससे पहले गढ़ाकोटा वन परिक्षेत्र के तहत दो तेंदुए की मौत संदिग्ध अवस्था में हुई है। सागर- दमोह मार्ग के पास 6-7 जनवरी की रात भूरे बाबा की मजार के पास एक तेंदुए के शव मृत अवस्था में पड़ा मिला था। इसके कुछ दिन बाद ही 26 जनवरी 2024 को कुमेरिया गांव के पास तेंदुए का शव खेत के पास मिला था। तब किसान द्वारा लगाए गए फंदे में फंसने से तेंदुआ की मौत हुई थी। चार महीने के अंदर यह तीसरा मामला है, जब जिले में तेंदुए की संदिग्ध अवस्था में मौत हुई हो।