भवानीगढ़। शहर के पुराने बस स्टैंड पर बीड़ी-सिगरेट का खोखा चलाने वाले युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। बुधवार को युवक नाभा कैचिया में श्मशानघाट के पास परिवार को बैंच पर पड़ा मिला। मामले को लेकर पुलिस ने एक महिला सहित 2 लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर कर दी है। इस संबंध में काला राम पुत्र जगदीश चंद निवासी अजीत नगर भवानीगढ़ ने पुलिस को बताया कि बुधवार सुबह उसके बेटे कैलाश कुमार को जीती निवासी भवानीगढ़ का फोन आया था उसके बाद कैलाश अपने बीड़ी-सिगरेट वाले खोखे पर चला गया। बाद में वह उसे फोन करते रहे लेकिन कैलाश ने फोन नहीं उठाया। पिता काला राम ने कहा कि बाद में उन्हें पता चला कि बेटे कैलाश को जीती और उसके साथ रहती बबली नाम की महिला अपने साथ नाभा की तरफ ले गए हैं।
वह अपनी पत्नी नीलम को साथ लेकर जीती के घर पहुंच गया, वहां उसकी माता ने जीती के साथ फोन पर बात करवाई तो जीती ने कहा कि उनका बेटा कैलाश कुमार उसके साथ है और वह नाभा कैंची से श्मशानघाट वाली सड़क पर मौजूद है। शिकायतकर्ता ने बताया कि जब शाम को वह जीती द्वारा बताई जगह पर पहुंचे तो उनका लड़का कैलाश कुमार बैंच पर पड़ा था जो बोल नहीं पा रहा था फिर भी लोगों की मदद से वह अपने लड़के कैलाश को सरकारी अस्पताल भवानीगढ़ में ले आए जहां डॉक्टरों ने चैकअप के बाद उसे मृतक करार दिया। शिकायत में कालाराम ने आरोप लगाया कि उक्त जीती और बबली ने मिलकर उसकी बेटे को कोई गलत दवाई दे दी जिसके कारण कैलाश की मौत हो गई। मामले संबंधी भवानीगढ़ के थाना प्रभारी सब इंस्पैक्टर गुरनाम सिंह ने बताया कि पुलिस ने शिकायत पर जीती सिंह और बबली दोनों निवासी भवानीगढ़ के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर कार्रवाई आरंभ कर दी है। उन्होंने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी फिलहाल बाकी है।