पति-पत्नी के शव फांसी के फंदे पर लटके मिले, परिजन सन्न, लगाया ये आरोप

घरवालों से पुलिस की हल्की नोकझोंक.

Update: 2024-10-09 02:44 GMT

सांकेतिक तस्वीर

प्रयागराज: प्रयागराज के मेंहदौरी स्थित कांशीराम कॉलोनी में मंगलवार सुबह युवा पति-पत्नी (राजेन्‍द्र और नेहा) के शव फांसी के फंदे पर लटके मिले। घटना युवक की ससुराल में हुई। घरवालों ने देखा तो फंदा काटकर दोनों के शव को नीचे उतारा और पुलिस को सूचना दी। मृतक 25 वर्षीय राजेंद्र उर्फ भगवानदास बहरिया से अपनी ससुराल आया था। सूचना पर उसके परिजन भी आ गए और हत्या का आरोप लगाया है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने में राजेंद्र के घरवालों से पुलिस की हल्की नोकझोंक भी हुई। राजेन्‍द्र-नेहा ने मंदिर में लव मैरेज की थी। इसके पहले नेहा के नाबालिग रहते उसे भगा ले जाने के आरोप में राजेन्‍द्र तीन साल तक जेल में रहा था। कुछ महीने पहले ही बाहर आया था।
बहरिया में जुगनूडीह निवासी प्रभुनाथ चालक हैं। उनके पांच बेटों में चौथे नंबर का राजेंद्र उर्फ भगवान दास भी गाड़ी चलाता था। उसने मेंहदौरी की कांशीराम कॉलोनी निवासी घनश्याम की बेटी 20 वर्षीय नेहा उर्फ लक्ष्मी के साथ कुछ महीने पहले प्रेम विवाह किया था। पहले तो दोनों के घरवाले नहीं राजी थे लेकिन बाद में मान गए। सोमवार शाम राजेंद्र पत्नी नेहा के साथ ससुराल पहुंचा। मंगलवार सुबह नेहा के घरवाले काम पर चले गए। नेहा दुकान पर सामान लेने गई और लौटी तो पीछे के कमरे में चली गई। काफी देर तक वह बाहर नहीं निकली तो उसकी मां ने दरवाजे को धक्का देकर खोला। कमरे में राजेंद्र और नेहा के शव फंदे पर लटक रहे थे। यह देखकर उसकी मां चीख पड़ी। शोर सुनकर अन्य लोग पहुंचे और फंदा काटकर दोनों के शवों को नीचे उतारा गया।
राजेंद्र के भाई अरविंद ने बताया कि रविवार शाम को राजेंद्र और नेहा गांव आए थे। सोमवार शाम ससुराल से फोन आने के बाद वह नेहा को लेकर मेंहदौरी स्थित ससुराल आया था। मंगलवार सुबह नौ बजे राजेंद्र से फोन पर बात हुई थी तब सबकुछ सामान्य था। लगभग साढ़े दस बजे दोनों की खुदकुशी की सूचना मिली। अरविंद ने भाई की हत्या का आरोप लगाया है। उसने नेहा के मोहल्ले के ही एक युवक पर शक जताया है। अरविंद के मुताबिक पहले भी उस युवक ने राजेंद्र को धमकी दी थी। शिवकुटी थाना प्रभारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मामला खुदकुशी का लग रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामला स्पष्ट होगा। अभी किसी ने तहरीर नहीं दी है।
मेंहदौरी की कांशीराम कॉलोनी स्थित ससुराल में पत्नी नेहा के साथ फांसी के फंदे से लटका मिला राजेंद्र उर्फ भगवान दास कुछ माह पहले ही जेल से छूट कर बाहर आया था। राजेंद्र के भाई अरविंद ने बताया कि 2021 में नेहा उर्फ लक्ष्मी नाबालिग थी तब राजेंद्र उसे भगा ले गया था। इस मामले नवाबगंज थाने में उसके खिलाफ पॉक्सो समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज हुआ था। तीन साल तक जेल में रहने के बाद कुछ महीने पहले बाहर आया। बाहर आने के बाद दोनों एकसाथ पति-पत्नी की तरह रहने लगे। चर्चा थी कि दोनों ने मंदिर में शादी भी कर ली थी। पहले तो दोनों के घरवाले नाराज हुए लेकिन बाद में मान गए। हालांकि इसके बाद भी नेहा अधिकतर अपने मायके में रहती थी।
अरविंद ने बताया कि नवाबगंज में उसके एक भाई की ससुराल है। वहीं पर नेहा की मौसी का घर है। वहीं आने-जाने के दौरान दोनों की मुलाकात हुई थी। शादी के बाद भी नेहा कभी-कभी ससुराल आती थी। रविवार शाम को दोनों आए थे। सोमवार शाम पांच बजे ससुराल से फोन आने के बाद राजेंद्र घरवालों को बताकर नेहा को लेकर मेंहदौरी आया था। सुबह भी नेहा और राजेंद्र से कुछ मिनट की बात हुई थी। लेकिन कुछ देर बाद उनके खुदकुशी की खबर मिली जो कि शक पैदा करती है। पुलिस के मुताबिक नवाबगंज दर्ज मुकदमे की बात भी पूछताछ में पता चली है लेकिन बाद में दोनों पक्षों से सुलह कर ली और पति-पत्नी की तरह रहने लगे थे।
राजेंद्र और नेहा की मौत से घरवालों के आंसू थम नहीं रहे हैं। नेहा की मां मंजू और पिता घनश्याम ने रोते हुए पुलिस को बताया कि सुबह आठ बजे तक सुबह कुछ ठीक था। दोनों ने चाय पी थी। घनश्याम और उनके बेटे घर से बाहर आ गए थे। नेहा भी कुछ लेने दुकान पर गई थी। दुकान से लौटने के बाद वह पीछे के कमरे में गई जहां राजेंद्र था। दोनों काफी देर तक बाहर नहीं निकले तो शक हुआ। इस पर दरवाजा को हल्का सा धक्का दिया गया तो खुल गया। दोनों फंदे से लटके हुए थे। नेहा ने साड़ी से जबकि राजेंद्र ने दुपट्टे का फंदा बनाकर एक ही पंखे के चुल्ले में फांसी लगाई थी। आशंका है कि नेहा दुकान से लौटी तो राजेंद्र फांसी पर लटका था। यह देखकर वह अपने को संभाल नहीं पाई और खुद भी फांसी लगा ली। क्योंकि साड़ी का फंदा दुपट्टे के ऊपर था। दोनों के खुदकुशी की बात से कोहराम मच गया। रोने बिलखने की आवाज सुनकर घरवाले पहुंचे और फंदा काटकर दोनेां को नीचे उतारा गया। लेकिन तब तक उनकी सांसे थम चुकी थी। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
मृतक राजेंद्र के पिता प्रभुनाथ ने शिवकुटी पुलिस को तहरीर दी है कि उनका बेटा भगवानदास उर्फ राजेंद्र कुमार अपनी पत्नी नेहा के साथ ससुराल मेंहदौरी कॉलोनी आया था। आरोप है कि ससुराल वाले और एक अन्य युवक ने मिलकर बेटे-बहू की हत्या कर दी और फांसी का बहाना बना रहे हैं। प्रभुनाथ का आरोप है कि एक युवक घर आकर धमकी देता था कि उसके नाम पांच बिस्वा जमीन लिख दो, नहीं तो बेटा भगवानदास जेल से छूटेगा तो जान से मार डालेंगे। धीरे-धीरे वह तीन लाख रुपये वसूल चुका है।
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