पंजाब। देश के युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए भारत सरकार की ओर से कई योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना है। इस योजना के तहत देश के युवाओं को उनके पसंदीदा कौशल के मुताबिक विभिन्न प्रकार के रोजगार प्रदान किए जाते हैं। इससे वे अपने मनपसंद काम में दक्ष हों और उसी क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करें। इसके साथ ही सरकार द्वारा उन्हें एक प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा और इसकी मदद से युवाओं को नौकरी प्रदान की जाएगी। इससे बेरोजगारी की स्थिति दूर होगी और देश का विकास होगा।
ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म "कू" ऐप पर इस योजना के बारे में बताते हुए एक पोस्ट किया गया है। इसमें इस योजना की लाभार्थी चरनजीत कौर की कहानी बताई गई है। मंत्रालय की ओर से लिखा गया है कि पंजाब के फिरोजपुर की रहने वाली चरनजीत कौर को एमफिल के बाद नौकरी नही मिली तो उन्होंने दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDUGKY) से प्रशिक्षण लेकर बेंगलुरु में टेलरिंग का काम शुरू किया। आज ये अपने शहर में काउंसलर एंड वॉर्डनर की नौकरी कर रही हैं।
इस योजना से कैसे लाभ मिलेगा
केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना से मिलने वाले लाभ और विशेषताएं कई प्रकार से हैं-