महाराष्ट्र। पुणे से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है. यहां पिंपरी चिंचवाड़ में एक प्रमुख ऑटो कंपनी को सप्लाई किए गए समोसे में कथित तौर पर कंडोम, गुटखा और पत्थर पाए गए हैं. इसके बाद पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस ने बताया कि जिन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, उनमें सबकॉन्ट्रैक्टिंग फर्म के दो कर्मचारी भी शामिल हैं, जिन्हें समोसे की सप्लाई करने के लिए कहा गया था. बाकी तीन आरोपी भी ऐसी ही एक फर्म के पार्टनर थे, जिन्हें पहले मिलावट के आरोप में हटा दिया गया था. पुलिस अधिकारी ने बताया कि ऑटोमोबाइल फर्म की कैंटीन में खाने-पीने के सामान की सप्लाई करने की जिम्मेदारी कैटलिस्ट सर्विस सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड की थी. कैटलिस्ट सर्विस ने ऑटो फर्म में समोसा सप्लाई करने का कॉन्ट्रैक्ट मनोहर एंटरप्राइजेज नाम की कंपनी को दिया था. उन्होंने बताया कि शनिवार को ऑटो फर्म के कुछ कर्मचारियों ने समोसे में कंडोम, गुटखा और पत्थर मिलने की शिकायत की थी.
चिखली पुलिस स्टेशन के अधिकारी ने बताया कि मनोहर एंटरप्राइजेज के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि फिरोज शेख और विक्की शेख नाम के दो कर्मचारियों ने कथित तौर पर समोसे में कंडोम, गुटखा और पत्थर भरे थे.
इस मामले में पुलिस ने आईपीसी की धारा 328 और धारा 120बी के तहत केस दर्ज किया है. दोनों आरोपी फिरोज और विक्की एसआरए एंटरप्राइजेज के कर्मचारी हैं. उन्होंने पूछताछ में बताया कि एसआरए एंटरप्राइजेज के तीनों पार्टनर ने उन्हें मनोहर एंटरप्राइजेज की ओर से सप्लाई किए जाने वाले समोसे में मिलावट करने को कहा था. दरअसल पहले ऑटो फर्म की कैंटीन में फूड सप्लाई का कॉन्ट्रैक्ट एसआरए एंटरप्राइजेज के पास ही था. लेकिन उनका कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया गया था, क्योंकि उनके दिए गए नाश्ते में बैंडेज पाई गई थी. यही वजह थी कि कैटलिस्ट सर्विस को बदनाम करने की नीयत से ये हरकत जानबूझकर की गई थी.
पुलिस ने बताया कि एसआरए एंटरप्राइजेज के पार्टनर की पहचान रहीम शेख, अजहर शेख और मजहर शेख के रूप में हुई है. ये तीनों मनोहर एंटरप्राइजेज की छवि धूमिल करना चाहते थे. इस मामले में फिलहाल एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और आगे की जांच जारी है.