साइबर क्रिमिनल्स ने तीन महिला IAS की फेक व्हाट्सएप आईडी बनाई, फिर...
मचा हड़कंप.
रांची: साइबर क्रिमिनल्स सोशल मीडिया के बाद अब व्हाट्सएप पर भी अफसरों की फर्जी आईडी बनाकर ठगी के प्रयास कर रहे हैं। बुधवार को राज्य की तीन महिला आईएएस की फर्जी आईडी के जरिए कई लोगों को मैसेज भेजे जाने के मामले सामने आए।
इसके बाद प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। लोगों से ऐसी आईडी से आने वाले मैसेज को रिपोर्ट करने की अपील की गई है। जिन तीन महिला आईएएस की फर्जी व्हाट्सएप आईडी बनाई गई है, वे हजारीबाग, धनबाद और कोडरमा में उपायुक्त के रूप में पोस्टेड हैं।
हजारीबाग की उपायुक्त नैन्सी सहाय ने इसकी सूचना सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर खुद दी है। उन्होंने कहा है कि उनकी तस्वीर वाली फेक व्हाट्सएप आईडी बनाने का मामला प्रकाश में आया है। जिस मोबाइल से आईडी बनाया गया है, उसका नंबर +94782883934 है। उन्होंने लिखा है, "सभी से अपील है कि इस नंबर या किसी भी अन्य नंबर व किसी भी अनधिकृत सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क किया जाता है तो उससे कोई भी वार्तालाप नहीं करें।"
इसी तरह धनबाद की उपायुक्त माधवी मिश्रा की तस्वीर का इस्तेमाल कर मोबाइल नंबर +94785948722 के जरिए कई लोगों को व्हाट्सएप मैसेज भेजा गया है। लातेहार में जिला प्रशासन की ओर से लोगों को सूचना दी गई है कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा मोबाइल नंबर +94782533725 पर संचालित व्हाट्सएप्प अकाउंट पर लातेहार की उपायुक्त गरिमा सिंह की फोटो लगाकर ठगी का प्रयास किया जा रहा है। जिन नंबरों से फर्जी व्हाट्सएप आईडी बनाई गई है, वे श्रीलंका के हैं।
तीनों अफसरों ने लोगों से अपील की है कि अगर उनकी तस्वीर लगे व्हाट्सएप नंबरों से मैसेज आते हैं तो सतर्कता बरतें और इसकी शिकायत पुलिस के पास दर्ज कराएं। बता दें कि इसके पहले झारखंड में डीजीपी सहित कई बड़े अफसरों के नाम पर फर्जी व्हाट्सएप प्रोफाइल बनाकर ठगी के प्रयास के मामले सामने आ चुके हैं।