Gurugram: गुरुग्राम। हरियाणा के गुरुग्राम Gurugram में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को दबोचा है जो कि जाे बैंक एटीएम को हैक कर उपभोक्ताओं के खातों से रुपए उड़ा रहा था। गिरोह में 3 युवक व 2 महिलाएं शामिल हैं। ये एटीएम को चिप लगाकर हैक कर लेते थे। व्यक्ति के वहां से जाने के बाद कैश ट्रे से रुपए निकाल लेते थे। ये ठगी के कई और भी तरीके अपना रहे थे। इनके कब्जे से एमजी हेक्टर कार व 23 हजार 200 रुपए की नकदी बरामद की है। गुरुग्राम पुलिस के एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने बताया कि 3 जून को एक्सिस बैंक के मैनेजर ने थाना सेक्टर-10A में शिकायत दी की कुछ लोगों द्वारा रात को सैक्टर-10A स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम से चोरी की है। बैंक मैनेजर की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। पुलिस टीम ने 2 महिलाओं सहित 5 आरोपियों को काबू किया। इनकी पहचान नूंह के रहने वाले अहसान, रईस, अशफाक के रूप में हुई। दिल्ली की रहने वाली नंदिनी व महक भी इनके साथ गिरफ्तार हुई हैं। पुलिस पूछताछ में इन्होंने बताया कि वे एटीएम मशीन के पॉवर प्लग में एक चिप सेट लगा देते थे।
चिप लगाने के बाद रिमोट के माध्यम से ATM मशीन को स्विच ऑफ व ऑन करते थे। जब भी ATM से कोई व्यक्ति नकदी निकालने आता और वह रुपए निकालने वाला प्रोसेस कर रुपए निकलने ही वाले होते तो वह ATM मशीन को बन्द कर देते थे। फिर गिरोह की दोनों महिलाएं रुपए निकालने आए व्यक्ति को समझाती कि 24 घण्टे में रुपए आपके खाते में वापस आ जाएंगे। जब वह व्यक्ति (जो रुपए निकालने आया था) वापस चला जाता तो वह लोग ATM की कैश ट्रे से रुपए निकाल लेते। आरोपियों ने इस प्रकार से ATM से रुपए चोरी करने की दिल्ली में 2 वारदातों, फरीदाबाद में 1 वारदात व गुरुग्राम से 1 वारदात को अंजाम देने का खुलासा किया है। एसीपी क्राइम वरूण दहिया के अनुसार एटीएम से चोरी करने वाले गिरोह में गिरफ्तार की गई लड़कियों से आरोपियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क किया था। लड़कियों को रुपयों का प्रलोभन देकर अपने साथ चोरी की गतिविधियों में शामिल किया था। गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने वाले गिरोह द्वारा पढ़ने व नौकरी करने वाले युवा लड़के-लड़कियों को सोशल मीडिया पर संपर्क करके उन्हें विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देते थे। गुरुग्राम पुलिस अपील करती है कि सोशल मीडिया के माध्यम से रुपयों का प्रलोभन देकर गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल करने वाले किसी भी व्यक्ति की बातों में ना आएं तथा बच्चों के माता-पिता भी अपने बच्चों की सोशल मीडिया गतिविधियों पर ध्यान रखें ताकि वो किसी ऐसे गिरोह के संपर्क में ना आ पाएं।