नई दिल्ली (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा पर जनता की राय जानने के लिए पूरे भारत में सीवोटर स्नैप पोल किया गया। जिसमें खुलासा हुआ है कि भारतीयों का एक बड़ा हिस्सा सीएनएन इंटरव्यू के दौरान पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की ओर से की गई टिप्पणी से नाराज है।
ओबामा ने टिप्पणी की थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी बैठक में भारतीय मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाना चाहिए। अगर मैं राष्ट्रपति होता और प्रधानमंत्री मोदी के साथ बातचीत करता, जिन्हें मैं अच्छी तरह से जानता हूं, तो मैं कहता कि अगर आप भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करते हैं, तो इस बात की प्रबल संभावना है कि भारत अलग-थलग पड़ सकता है।'
स्नैप पोल के दौरान सवाल पूछा गया कि क्या आपको ओबामा की इन टिप्पणियों से ठेस पहुंची हैं? इस पर लगभग एक तिहाई उत्तरदाताओं का कहना है कि वे आहत हैं, अन्य एक तिहाई का कहना है कि वे आहत नहीं हैं बल्कि दुखी और निराश हैं। प्रत्येक दस उत्तरदाताओं में से दो से भी कम को लगता है कि ओबामा ने जो कुछ भी कहा वह सही है। उल्लेखनीय रूप से, बीजेपी का समर्थन करने वाले तीन चौथाई से अधिक उत्तरदाता ओबामा की टिप्पणियों से या तो आहत हैं या निराश हैं, विपक्षी दलों का समर्थन करने वाले हर दस में से छह उत्तरदाताओं की भी यही भावना है।
24 जून को, पीएम मोदी ने एक बेहद सफल राजकीय यात्रा पूरी की, जिसके चलते डिफेंस, टेलिकॉम, सेमीकंडक्टर, एनर्जी, एजुकेशन और स्पेस एक्सप्लोरेशन और क्वांटम कंप्यूटिंग सहित अन्य टेक्नोलॉजी सेक्टर में कई अग्रणी समझौते हुए। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस में प्राइवेट डिनर के लिए पीएम मोदी को आमंत्रित किया, जिसमें 500 से अधिक मेहमान शामिल हुए। राजकीय यात्रा के दौरान, पीएम मोदी अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को दो मौकों पर संबोधित करने वाले पहले भारतीय नेता बने। दर्जनों बहुराष्ट्रीय कंपनियों के सीईओ से मिलने के अलावा, पीएम मोदी ने न्यूयॉर्क और वाशिंगटन में भारतीय प्रवासियों को भी संबोधित किया।