नेपाल, बैंकॉक, दुबई, ऑस्ट्रेलिया समेत 10 देशों में शुरू हुई सीयूईटी-यूजी परीक्षाएं
नई दिल्ली (आईएएनएस)| दुनिया भर के 10 अलग-अलग देशों में गुरुवार को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट यानी (सीयूईटी-यूजी) आयोजित करवाए जा रहे हैं। इन परीक्षाओं के माध्यम से विदेशों में मौजूद छात्र भारतीय विश्वविद्यालयों में दाखिला ले सकेंगे। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी जिन विदेशी शहरों में यह परीक्षाएं आयोजित करवा रही है उनमें काठमांडू (नेपाल), बैंकॉक (थाईलैंड), दोहा (कतर), दुबई (यूएई), कुवैत सिटी (कुवैत), मनामा (बहरीन), मस्कट (ओमान), रियाद (सऊदी अरब), शारजाह (यूएई) और सिडनी (ऑस्ट्रेलिया) शामिल हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी के मुताबिक, इन सभी देशों में बनाए गए परीक्षा केंद्रों में गुरुवार को पहली शिफ्ट की परीक्षा ली चुकी है। रविवार से देशभर में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी-यूजी) शुरू हो गए। यह परीक्षाएं कुल 242 विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए आयोजित की जा रही हैं। यूजीसी चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने बताया कि रविवार से शुरू की गई सीयूईटी-यूजी परीक्षाएं अधिकांश परीक्षा केंद्रों में निर्बाध रूप से चल रही हैं।
गौरतलब है कि इस साल सीयूईटी यूजी के लिए 16 लाख से ज्यादा छात्रों ने फॉर्म भरा है। इन छात्रों में से 14 लाख से अधिक छात्रों ने इसके लिए फीस भी जमा कराई है। यूजीसी के मुताबिक यह संख्या पिछले वर्ष के मुकाबले यह पिछले 41 फीसदी अधिक है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) यूजी-2023 को फिर से शेड्यूल किया है। यूजीसी प्रमुख एम. जगदीश कुमार के अनुसार, 21 मई से 25 मई के लिए निर्धारित सीयूईटी यूजी 2023 को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में रद्द कर दिया गया है। यहां यह परीक्षाएं अब 26 मई से शुरू होगीं। सीयूईटी के पहले चरण की परीक्षा 21 मई से 31 मई के बीच हो रही हैं।
यूजीसी अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने मुताबिक छात्रों की परेशानियों को कम करने के लिए दूसरा सत्र आयोजित किया जा रहा है। परीक्षाओं का दूसरा सत्र एक, दो, पांच और छह जून को होगा।
पिछले साल 59 देशों के छात्रों ने सीयूईटी-यूजी के लिए आवेदन किया था। 2023 में 74 देशों के छात्र इसमें शामिल हो रहे हैं। इनमें 1000 छात्र यूरोप, एशिया, अमेरिका और खाड़ी देशों से हैं। कुल मिलाकर इस बार परीक्षा में बैठने वाले छात्रों की संख्या में 4 लाख से अधिक की वृद्धि हुई है।