क्रिप्टो करेंसी का खेल: पुलिस की कार्रवाई से डरकर पीड़ित को छोड़ा, पुलिसकर्मी गया जेल, जानें क्या है पूरा मामला
एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है.
पुणे: महाराष्ट्र के पुणे से सटे पिंपरी चिंचवड़ इलाके से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है. कथित रूप से 300 करोड रुपयों की क्रिप्टो करेंसी, बिटकॉइन और पैसे को लेकर एक व्यापारी को अगवा किया गया था. इस घटना में एक पुलिसकर्मी मास्टरमाइंड बताया गया है. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और 7 और लोगों को जेल भेजा गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पिंपरी चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत काम करने वाले सिपाही पुलिसकर्मी दिलीप तुकाराम खंदारे को कथित रूप से यह जानकारी मिली थी कि विनय नाईक नामक व्यापारी के पास 300 करोड रुपए कि क्रिप्टोकरंसी है और नगद लाखों रुपए मौजूद हैं. ऐसे में आरोपी दिलीप ने अपने सात लोगों को जोड़कर विनय के अपहरण का प्लान बनाया. उसे चिंचवड इलाके के नूरिया होटल के सामने से अपहरण कर लिया गया.
विनय का अपहरण होने का शक जब उसके दोस्त रफीक सय्यद को हुआ तब रफीक ने इस बात को लेकर वाकड़ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई जिस पर पुलिस ने उन सभी इलाको के CCTV फुटेज,मोबाइल डेटा खंगाल कर अपनी जांच शुरू की. जांच के दौरान चौंकाने वाली बात पता चली कि पुलिसकर्मी दिलीप खंदारे के इशारे पर ही विनय का अपहरण किया गया था.
लेकिन इस मामले में जब आरोपियों को पुलिस की गतिविधियों पर शक हुआ तो उन्होंने तुरंत विनय नाईक को सही सलामत वापस छोड़ दिया. पुलिस ने सुनील शिंदे,वसंत चव्हाण, फ्रांसिस डिसूजा और मयूरी शिर्के नामक संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है. सभी ने यह बात कबूल कर ली है कि उन सभी ने मिलकर अपहरण की वारदात को अंजाम दिया था जिसका मास्टरमाइंड पिंपरी चिंचवड आयुक्तालय के अंतर्गत काम करने वाला पुलिस सिपाही दिलीप खंदारे है.