Mohanlalganj. मोहनलालगंज। सवा दो महीने पहले किसान बंशीलाल की हत्या की साजिश प्रॉपर्टी के लालच में उसके भांजे ने ही रची थी और अपने सगे साले व उसके दोस्तों के साथ मिलकर मोहनलालगंज में मामा की गला कसकर हत्या कराने के बाद शव को नगराम थाना क्षेत्र के कुबहरा जंगल में फिकवा दिया था। नगराम पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर आधा अधूरा खुलासा करते हुये बिना आलाकत्ल गमछा व मृतक का मोबाइल फोन बरामद किये तीन आरोपियों को जेल भेजकर पल्ला झाड़ लिया था। हत्या मोहनलालगंज में होने के चलते किसान बंशीलाल हत्याकांड की विवेचना नगराम से मोहनलालगंज कोतवाली स्थानांतरित हुयी। इसके बाद एसीपी रजनीश वर्मा के निर्देशन में इंस्पेक्टर आलोक राव ने पुलिस टीम के साथ विवेचना शुरू की थी।
जांच में सामने आया कि निगोहां थानाक्षेत्र के दयालपुर निवासी मृतक बंशीलाल की सम्पत्ति पर मोहनलालगंज थानाक्षेत्र के सेवा खेड़ा निवासी उनका सगा भांजा कौशल रावत पुत्र कैलाश रावत नजर गड़ाए हुए था। जबकि मामा सम्पति को बेचने की तैयारी कर रहे थे। सम्पति हाथ से निकलती देख उसने मामा की हत्या की साजिश रची। आरोपी ने अपने सगे साले कौशल कुमार निवासी नेवलखेड़ा मजरा डेहवा थाना मोहनलालगंज व उसके दोस्त जितेन्द्र वर्मा व जीतू निवासी मंजूपुर थाना लोनीकटरा जनपद बाराबंकी से मामा बंशीलाल की हत्या करा दी। वारदात को मोहनलालगंज के बनी मार्ग पर एक प्लॉट में अंजाम दिया गया। इसके बाद आरोपियों ने शव को नगराम के कुबहरा जंगल में फेंक दिया और उससे थोड़ी ही दूर पर मृतक की बाइक भी फेंक दी।
इंस्पेक्टर आलोक राव ने बताया कि किसान बंशीलाल की हत्या की विवेचना के दौरान साक्ष्य आरोपी भांजे कौशल को हिरासत में लेकर कड़ाई से पुछताछ की गयी। पूछताछ में वह गोलमोल जवाब देता रहा और उसी में फंसकर सच्चाई कुबूल कर ली। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त गमछा व मृतक का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया। पुलिस ने आरोपी भांजे को रविवार को न्यायालय में पेश किया,जहां से उसे जेल भेज दिया गया।एसीपी रजनीश वर्मा ने मामले का खुलासा करने वाली टीम में शामिल इंस्पेक्टर आलोक राव समेत वरिष्ठ उपनिरीक्षक यशवन्त सिंह, महिला उपनिरीक्षक मेघा तिवारी व कांस्टेबल गीतम सिंह को बधाई दी है। आरोपी कौशल ने बताया कि मामा बंशीलाल ने शादी नहीं की थी और उनके पास काफी जमीन थी। प्रापर्टी के लालच में ही उसने मामा को अपने घर पर रखा था और उनकी सेवा करता था। बीच में किसी बात से नाराज होकर मामा अपने घर चले गये और गुपचुप तरीके से अपनी 12 बिस्वा जमीन बेच दी। आरोपी को जब यह बात पता चली तो उसे लगा कि मामा शायद इसी तरह सारी जमीन बेच देंगे। इसी के बाद आरोपी ने हत्या की पटकथा तैयार की।