Fatehpur. फतेहपुर। फतेहपुर में तैनात महिला कॉन्स्टेबल ने सुसाइड कर लिया। शव थाना परिसर में बने आवास में तीसरी मंजिल पर लटकता मिला। कॉन्स्टेबल की 2 महीने बाद शादी थी। पुलिस जांच में पता चला कि कॉन्स्टेबल के भाई का डॉक्टर साला उसे परेशान करता था। रविवार रात को उसने कई बार फोन किया। दोनों में कहासुनी हुई। इसके बाद कॉन्स्टेबल ने फांसी लगा ली। भाई के साले ने ही पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को निकाल कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। प्रियंका सरोज जौनपुर जिले के पतौरा की रहने वाली थी। फतेहपुर जिले के थरियांव थाना में 5 साल से तैनात थी। परिसर में ही पुलिसकर्मियों के लिए बनी तीन मंजिला आवासीय बिल्डिंग में तीसरी मंजिल पर रहती थी। रविवार रात ड्यूटी खत्म कर अपने कमरे में चली गई।
कॉन्स्टेबल के पिता संकटा प्रसाद ने आरोप लगाया, मेरे बेटे का साला डॉ. चंदन बेटी प्रियंका को प्रताड़ित करता था। वह बेटी से शादी तोड़ने के लिए दबाव बनाता था। इस वजह से वह परेशान रहती थी। रविवार रात 12 से 1 बजे के बीच उसने बेटी को कई बार फोन किया, जिससे आहत होकर उसने आत्महत्या कर ली। इसके बाद भी उसने कई बार बेटी के कॉल किया। जब उसने फोन रिसीव नहीं हुआ, तो उसने पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही दरोगा भागकर कॉन्स्टेबल के कमरे तक पहुंचे। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। उन्होंने दरवाजा खुलवाने की कोशिश की, लेकिन कॉन्स्टेबल ने दरवाजा नहीं खोला। जब तक दरोगा ने दरवाजा तोड़ा, कॉन्स्टेबल फंदे पर झूल चुकी थी। दरोगा ने शव को फंदे से उतारा और अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। ASP विजय मिश्रा ने बताया- महिला सिपाही ने रात में थाना परिसर में बने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। जांच की जा रही है।