Crime News: नवजात चोरी मामलें में हुआ बड़ा खुलासा, पुलिस ने दिया ये बयान

बड़ी खबर

Update: 2024-06-07 18:55 GMT
Azamgarhआजमगढ़। आजमगढ़ Azamgarh जिला महिला चिकित्सालय से सोमवार 4 जून की रात की रात वार्ड से प्रसूता के साथ सोए नवजात बच्चे को चोरी कर लिया गया था. मामले में शहर कोतवाली पुलिस ने खुलासा करते हुए गायब नवजात को बरामद भी कर लिया था, पुसिस ने केवल 15 घंटे के अंदर ही नजवजात को बरामद कर उसके परिवार को सौंप दिया था. इस मामले में एक महिला की भी गिरफ्तारी हुई थी. अब इस केस में नया खुलासा हुआ है. दरअसल, 4 जून को चन्दन पाल ने प्रार्थना पत्र दिया कि उसकी बहन की एक बच्ची जिला महिला हॉस्पिटल मातबरगंज आजमगढ़ में पैदा हुयी थी. बहन और बच्ची जिला महिला अस्पताल के वार्ड में थीं कि दिनांक 4 जून 2024 को रात्रि समय करीब 2.34 बजे बच्ची को एक व्यक्ति की बहन के पास से उठा कर ले गया है, जिसके संबंध में थाना स्थानीय पर मुकदमा दर्ज कर खोजबीन शुरू कर दिया गया था. बच्ची की खोजबीन के लिए पुलिस ने नवजात बच्चे की तलाश के लिए लगभग 200 कैमरों को चेक किए, जिसमें पुलिस को सफलता मिली. पुलिस ने सरोज निवासी ग्राम मातनपुर थाना कंधरापुर आजमगढ़ के घर ग्राम मातनपुर से गिरफ्तार कर लिया और बच्ची को भी बरामद किया गया.

पुलिस को पूछताछ में ये पता चला कि सरोज ने सूरज कुमार उर्फ पप्पू और अन्य साथी डॉक्टर मनोज राम, संगीता के साथ मिल कर 4 जून को अस्पताल से बच्चा चोरी किया. सरोज ने बताया कि वह सूरज कुमार के साथ रिलेशन में थी. सूरज कुमार को एनआईए (स्पोर्ट्स कोच) की पढाई हेतु 03 लाख रुपये की आवश्यकता थी. सरोज की बहन संगीता जो पवई ब्लाक में सरकारी अस्पताल में कार्यरत है. उसने तंत्र मंत्र के जरिये किसी भी लड़की को लड़का बनाने की योजना बनाकर पैसा ऐंठने की तरकीब सोंची. संगीता ने उसके साथ काम करने वाले मनोज राम जो नेत्र परीक्षण अधिकारी है, जिसकी दो लड़कियां थीं उसकी होनें वाली संतान को तंत्र मंत्र से लड़का बनने की बात बताया तो मनोज राम तैयार हो गया. 
मनोज राम की पत्नी रेनू देवी जो पेट से थीं, जिसको झूठे तंत्र मंत्र के जरिये लड़का होने की बात कहते रहें.
परंतु उसे लड़की पैदा हुई. यह बात मनोज राम से बर्दाश्त नहीं हुई. मनोज राम से कहा गया कि यदि यह लड़की मार दी जाये तो उसे लड़का बनाया जा सकता है. तो मनोज राम ने अपनी 15 दिन की लड़की को अपने पवई स्थित सरकारी आवास में जान से मार दिया. इसके बाद उस नवजात बच्ची के शव को सरकारी आवास से कुछ दूरी पर हाईवे के किनारे स्थित डीह बाबा के स्थान पर रख दिया गया. इसके बाद मनोज राम ने उस नवजात बच्ची के बदले लड़का बनाने की बात कहने लगा तो अभियुक्त सूरज कुमार ने 29/30 मई 2024 को रात्रि में बिलरियागंज थाना क्षेत्र के पटवध गांव से घर के चबूतरे पर से सोते हुए एक 6-7 माह के बच्चे को उठाकर मनोज राम को दिया और बताया कि तुम्हारी बच्ची को तंत्र मंत्र से लड़का बना दिया गया है. तो मनोज राम ने बच्चे की उम्र ज्यादा होने की बात कहकर बच्चा लेने से इंकार कर दिया.

तब अभियुक्त सूरज ने गांव में जाकर बच्चे को रास्ते में मिले होने की बात कहकर उसके घर वालों को वापस कर दिया. मनोज राम ने लड़का मांगे जाने पर अभियुक्त सूरज ने सरोज और संगीता के सहयोग से योजना बनाकर जिला महिला चिकित्सालय से रात्रि में नवजात बच्चे को उठाकर सरोज के घर पहुंचा और बच्चे को सरोज के घर पर पहले से मौजूद मनोज राम और उसकी पत्नी रेनू देवी को दिया और बताया कि आपकी बच्ची को तंत्र मंत्र से जीवित कर दिया गया है. इस मामले पर एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया कि मनोज राम और उनकी पत्नी रेनू देवी ने बच्चे को देखा बच्चा लड़की होने की जानकारी होने पर मनोज राम और उनकी पत्नी रेनू ने बच्ची को लेने से मना कर दिया. मनोज राम ने अपनी नवजात पुत्री को अपनी पत्नी रेनू देवी और सूरज उर्फ पप्पू और संगीता के साथ षड़यंत्र करके हत्या करने के संबंध में थाना पवई पर शिकायत कर दी और अभियुक्त सूरज कुमार उर्फ पप्पू की तरफ से बिलरियागंज थाना क्षेत्र के चांदपुर पटवध से लड़के का अपहरण करने के संबंध में थाना बिलरियागंज पर मुकदमा लिखवा दिया. अग्रिम कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने संगीता, सूरज कुमार ,मनोज राम को गिरफ्तार कर लिया है और संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया है.
Tags:    

Similar News

-->