मोबाइल के लिए वारदात: मारने दिया जहर, उसके बाद जो हुआ वो हैरान कर देगा!

पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ था कि गला घोंटकर हत्या की गई थी।

Update: 2024-03-15 06:18 GMT

सांकेतिक तस्वीर

आगरा: अपराधी कोई न कोई सुराग जरूर छोड़ जाता है। डेढ़ साल बाद गुरुवार को एक हत्याकांड का खुलासा हुआ। परिजनों ने एक युवक पर शक जताया। पुलिस ने पड़ताल शुरू की। दोस्त ही युवक का हत्यारोपी निकला। मोबाइल के लिए उसने पहले दोस्त को जहर दिया। जहर से भी मौत नहीं हुई तो गमछे से गला घोंट दिया।
डीसीपी पश्चिम सोनम कुमार ने बताया कि आठ सितंबर 2022 को मनीष की हत्या हुई थी। उसका शव धनौली क्षेत्र में मिला था। भाई ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ था कि गला घोंटकर हत्या की गई थी। मनीष को विषाक्त पदार्थ भी दिया था। विसरा विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा था। उस समय पुलिस ने खूब छानबीन की मगर कोई सुराग नहीं मिला।
मलपुरा पुलिस ने इस मामले में गांव कुठावली निवासी अर्जुन सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। वारदात को अर्जुन सिंह ने अंजाम दिया था। अर्जुन सिंह ने नशे में एक जगह यह बोल दिया था कि उससे बड़ी गलती हुई थी। मोबाइल के लिए दोस्त को मार दिया था। मोबाइल भी पकड़े जाने के डर से तोड़ दिया। उसका भी इस्तेमाल नहीं कर पाया। यह जानकारी मनीष के परिजनों को हुई। उन्होंने पुलिस को बताया। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से अर्जुन सिंह की गतिविधियों पर नजर रखना शुरू कर दिया।
छानबीन में पता चला कि हत्या के दिन मनीष और अर्जुन साथ थे। मोबाइल की लोकेशन से यह स्पष्ट हुआ। दोनों कई घंटे साथ रहे थे। उसके बाद अर्जुन वहां से ईदगाह चला गया था। धनौली से ईदगाह करीब छह किलोमीटर दूर है। मनीष का शव तो धनौली क्षेत्र में पड़ा था। उसका मोबाइल ईदगाह तक आया था। उसके बाद बंद हो गया था। मनीष के मोबाइल और अर्जुन सिंह के मोबाइल की रनिंग लोकेशन सेम थी। गूगल मैप एक था। पुलिस ने खुलासे में इसी को आधार बनाया। अर्जुन सिंह को पकड़ा। पूछताछ में उसने बताया कि उसे एंड्रायड मोबाइल चाहिए था। मनीष का मोबाइल उसे पसंद आ गया था। उसे पाने के लिए उसने उसे मारा था।
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