खौफनाक दृश्य: अस्पताल में तीन दिनों तक मरीज़ों के बीच पड़ा रहा कोरोना मरीज़ों का शव
खौफनाक मंज़र
पूरे देश में कोरोना का कहर देखने को मिल रहा है। इन सब के बीच गुजरात के एक अस्पताल से दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आयी है। संदेश डॉट कॉम पर छपी खबर के अनुसार राज्य के वालसाड जिले के एक अस्पताल में मरीजों के बीच कोरोनो से मरे लोगों की लाश तीन दिन तक रखी रह गयी। मरीजों को लाशों के ढ़ेर के बीच रखा गया था।
खबर के अनुसार तीन दिन तक जीवित रोगियों के बगल में बेड पर पड़ी लाश सड़ने लगी और उससे बदबू आने लगी। अस्पताल की तरफ से कोविड से मरने वाले मरीजों के शवों को समय पर मुर्दाघर नहीं भेजा जा रहा है। खेरगाम के पनिहादक गांव के रहने वाले निरुबेन गुलाबभाई गंगोदा की 15 अप्रैल को मौत हो गयी। उनके परिजन तीन दिन तक शव के लिए भटकते रहे लेकिन उन्हें शव नहीं दिया गया।
पता करने पर अस्पताल की तरफ से बताया गया कि वलसाड के अस्पताल में शवों को रखने के लिए प्रयोग में आने वाला फ्रीजर खराब है। इस कारण शवों को बेड पर ही छोड़ दिया जाता है। बताते चलें कि राज्य में कोरोना के दूसरी लहर में हालत काफी गंभीर होते जा रहे हैं। कई अस्पतालों में जरूरी दवा और ऑक्सीजन की भी कमी देखने को मिल रही है।
अहमदाबाद के अस्पतालों की भी हालत काफी खराब बतायी जा रही है। अस्पताल के शवगृह के बाहर एंबुलेंस की कतार लगी हुई है। लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल और कागजी प्रक्रिया को पूरी करने में घंटों समय लग रहा है।बताते चलें कि गुजरात में पिछले 24 घंटे में 9,541 कोरोना मरीज सामने आए हैं। इस दौरान राज्य में 97 लोगों की मौत हुई है। गुजरात में अब तक कोरोना से 5,267 लोगों की मौत हो चुकी है।