लखनऊ: यूपी में फर्जी नर्सिंग व पैरामेडिकल संस्थानों के खिलाफ अभियान चलेगा। छात्र-छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले संस्थान संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह निर्देश उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने चिकित्सा शिक्षा विभाग को दिए।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि मिशन निरामया की वजह से लोगों में जागरुकता बढ़ी है। इसका गलत फायदा कुछ लोग उठाना चाह रहे हैं। कई जनपद के जिलाधिकारी फर्जी नर्सिंग व पैरामेडिकल संस्थानों के संचालन होने की शिकायत भी कर चुके हैं। ऐसे कॉलेजों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही प्रत्येक जनपद के जिलाधिकारी को पंजीकृत वैध नर्सिंग व पैरामेडिकल संस्थान की सूची उपलब्ध कराई जाए ताकि आवश्यकता पड़ने पर मान्यता प्राप्त व अवैध संस्थानों की आसानी से पहचान की जा सके।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि अवैध कॉलेजों के खिलाफ पहले भी अभियान चलाया जा चुका है। मानकविहीन कॉलेजों को बंद भी कराया जा चुका है। नया शैक्षिक सत्र शुरू होने के साथ ही अवैध कॉलेज सक्रिय हो गए हैं। जांच-पड़ताल के बाद अवैध कॉलेजों को सील किया जाये। संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाये। छात्र-छात्राएं दाखिला लेने से पहले उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी की वेबसाइट पर मान्यता प्राप्त कॉलेजों की सूची देख सकते हैं। इसमें कोर्स व और कॉलेज की सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध है।