कीचड़ में खड़े होकर चारा खाने को मजबूर गायें, मवेशियों के इलाज की मांग

Update: 2023-09-30 18:44 GMT
कोटा। रामगंजमंडी में नगर पालिका आवारा घुमंतू मवेशियों को गौशालाओं में शिफ्टिंग करने की योजना बना रही है। ताकि सड़कों पर गोवंश के बैठने से राहगीर परेशान न हो, लेकिन दूसरी ओर पालिका की व्यवस्था से गोवंश परेशान हो रहे है। हालात ऐसे है कि मवेशियों को 8 घंटे तक कीचड़ में खड़ा होना पड़ रहा है। जिससे उनके पैरों में बीमारियां लग गई है। शहर के तेजाजी महाराज मंदिर के पास पालिका ने गोवंश के लिए चार दीवारी कर बाड़ा बनाया हुआ है। इसमें व्यवस्थाओं के बीच गोवंश को कीचड़ में खड़ा करवाकर चारा खिलवाया जा रहा है। इस मामले में शनिवार को हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने गोवंश के खड़े रहने के बाड़े में व्यवस्था करने और पालिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए आंदोलन की चेतावनी भी दी है। हिंदू जागरण मंच के जिला संपर्क प्रमुख रमेश चंद ने कहा कि पालिका द्वारा बनाए गए बाड़े के बाहर चारा बेचने वाले बैठते है।
सुबह 6 बजे दोपहर 2 बजे तक गोवंशों को बाड़े में बंद कर ताला लगा दिया जाता है। ताकि लोग चारा खरीद कर डाल सके, लेकिन बारिश के चलते बाड़े में कीचड़ हो रहा है। रोजाना गोवंशों को बाड़े में बंद कर कीचड़ में करीब 8 घंटे तक खड़ा रखा जाता है। जिससे गोवंशों के पैरों के गुर कीचड़ की गलन से खराब हो गए है। ऐसे में हिंदू जागरण मंच ने जल्द ही गोवंशों के लिए व्यवस्था नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। गोवंश के 8 घंटे कीचड़ में खड़े रहने से पैरो में बीमारी लग गई है। जिससे कई गोवंशों के चलने में भी दिक्कत आ रही है। ऐसे में पालिका को पशु चिकित्सकों की टीम को भेज कर बाड़े में बंद गोवंश की जांच और उपचार करवाना चाहिए। पालिका अधिशासी अधिकारी दीपक नागर ने बताया कि कल से शहर में गौ शाला में शिफ्टिंग की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। बाड़े में मलबा डलवाया जाएगा। ताकि कीचड़ न हो और जो गोवंश बीमारी से ग्रसित है उनका उपचार करवाया जाएगा। साथ ही चारा बेचने वालों को ताला नहीं लगाने को लेकर पाबंद करेंगे।
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