आचार संहिता के उल्लंघन मामले में पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को अदालत ने जारी किया समन
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पंजाब: पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन मामले में मानसा की अदालत ने समन जारी किया है। पुलिस ने चन्नी को समन रिसीव करा दिया है। चन्नी को 12 जनवरी को अदालत में पेश होना है।
पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी मंगलवार देर शाम सिद्धू मूसेवाला के घर पहुंचे। पूरी रात सिद्धू मूसेवाला परिवार के साथ बिताने के बाद सुबह 5:30 बजे चरणजीत सिंह चन्नी रवाना हो गए।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी आठ महीने विदेश में रहने के बाद सोमवार को पंजाब लौट आए हैं। चन्नी अपनी पीएचडी की पढ़ाई पूरी करने विदेश गए थे। सोमवार को नई दिल्ली पहुंचते ही उन्होंने सबसे पहले प्रियंका गांधी से मुलाकात की और उन्हें हिमाचल प्रदेश में पार्टी की जीत पर बधाई दी। इसके साथ ही चन्नी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के कई सीनियर नेताओं से भी मुलाकात की। इसको उन्होंने शिष्टाचार मुलाकात बताया था।
पंजाब विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी और स्वयं भी दो सीटों में करारी हार के बाद चन्नी राजनीति से दूरी बनाते हुए विदेश चले गए और प्रदेश की सियासत को लेकर उन्होंने पूरी तरह चुप्पी साध ली थी। उनकी इस चुप्पी का आलम यह रहा कि विदेश प्रवास के दौरान वह किस देश में हैं, इसे लेकर भी पंजाब में कयास लगाए जाते रहे। उनके कभी कनाडा, अमेरिका तो कभी यूरोप के किसी अन्य देश में होने की बात कही जाने लगी। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विधानसभा सत्र के दौरान कहा था कि चन्नी के बारे में कुछ पता नहीं लगा, हालांकि ऐसी कई बातें हैं जिनके बारे में उनसे पूछना-जानना जरूरी है।
इसके बाद चन्नी ने उस समय चुप्पी तोड़ी जब पंजाब की आप सरकार ने उन पर मुख्यमंत्री रहते गलत फाइलों को पास करने का आरोप लगाया। तब यह भी कहा गया कि चन्नी के पंजाब लौटते ही पूछताछ की जाएगी क्योंकि फिलहाल चन्नी कहां है, इसकी जानकारी नहीं मिल रही। तब चन्नी ने विदेश से अपने मोबाइल नंबर की जानकारी देते हुए कहा कि उनका मोबाइल फोन 24 घंटे खुला रहता है और उनसे किसी भी समय संपर्क किया जा सकता है।
चन्नी ने गलत फाइलों के बारे में आरोपों की भी खंडन करते हुए दावा किया कि उनके पास सभी कार्यों का रिकॉर्ड मौजूद है। गौरतलब है कि आप सरकार ने चन्नी के कार्यकाल के दौरान पास की गईं कई फाइलों पर रोक लगा दी है, जिससे चन्नी द्वारा शुरू कराए गए कई प्रोजेक्ट रुक गए हैं। अब चन्नी के पंजाब लौटने के बाद माना जा रहा है कि राज्य सरकार विवादित फाइलों को लेकर उनसे पूछताछ कर सकती है।