दिल्ली। भारत में पिछले दो महीने से कोरोना की तीसरी लहर चरम पर है. हालांकि पिछले कुछ दिनों से कोरोना के नए मामलों में कमी देखी जा रही है. इसी बीच विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि संक्रमण की तीसरी लहर मार्च तक खत्म होने की संभावना है. जबकि महाराष्ट्र, दिल्ली और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों ने अपने एक्टिव केसलोएड में (Corona Active case) गिरावट दर्ज करना शुरू कर दिया है, अन्य में मामलों में तेजी देखी जा रही है. भारत की सक्रिय (COVID-19) टैली अब गिरकर 14.35 लाख हो गई है. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के एक अधिकारी के अनुसार, देश के कुछ हिस्सों में इस महीने के अंत तक तीसरी लहर के कम होने की संभावना है.
ICMR के अतिरिक्त महानिदेशक डॉ समीरन पांडा के हवाले से टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र, दिल्ली और पश्चिम बंगाल राज्यों में सामने आने वाले नए मामलों की संख्या, इस महीने के अंत तक ही आधार स्तर पर आ जाएगी. इस बीच, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को कहा कि मार्च के दूसरे या तीसरे सप्ताह तक महामारी की तीसरी लहर खत्म हो सकती है.अधिकारी ने दैनिक मामले के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि मुंबई, पुणे, ठाणे और रायगढ़ जैसे प्रमुख शहरों में संक्रमण कम हो रहा है यहां तक कि मामले लगभग 48,000 प्रति दिन (कुछ सप्ताह पहले) से वर्तमान में लगभग 15,000 तक गिर गए है.
महाराष्ट्र के जन स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने शुक्रवार को कहा कि सरकार अतिरिक्त प्रतिबंध नहीं लगाएगी, आने वाले दिनों में उन्हें धीरे- धीरे कम करेगी. दो दिन पहले, राज्य मंत्रिमंडल ने तीसरी लहर के मद्देनजर शुरू किए गए प्रतिबंधों पर चर्चा की. हालांकि, कुछ स्थानों पर प्रतिबंधों में ढील दी गई है और राज्य भर में इन्हें धीरे-धीरे और कम किया जाएगा क्योंकि मामलों की संख्या कम हो जाएगी.
महाराष्ट्र में बीते 24 घंटों में राज्य में कोरोना के 15,252 नए मामले सामने आए. वहीं, 75 लोगों ने इस संक्रमण के चलते अपनी जान भी गंवा दी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राप्त जानकारी के मुताबिक राज्य में गुरुवार को ओमिक्रोन वेरिएंट का एक भी नया मामला दर्ज नहीं किया गया. हालांकि अब तक राज्य में कुल 3,334 ओमिक्रॉन के मामले सामने आ चुके हैं. ताजा आंकड़े आने के बाद में अब राज्य में कुल 77,68,800 कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं और 1,42,859 लोग इससे अपनी जान गंवा चुके हैं. इसके अलावा, टोपे ने 12-15 साल के बच्चों के टीकाकरण शुरू करने के लिए भी जोर दिया. उन्होंने कहा, केंद्र को 12-15 साल के बच्चों के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए. महाराष्ट्र इनके टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे के साथ तैयार है.