कोरोना क्या-क्या दिन दिखाएगा: इस श्मशान में पहले से तैयार की जा रही है चिताएं, लकड़ियों का लगा अंबार
देश में कोरोना की रफ्तार काफी तेजी से बढ़ रही है तो दूसरी तरफ कोविड से मरने वालों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है. यही वजह है कि इस समय संक्रमण से बचना बेहद जरूरी हो गया है. मरने वालों का आंकड़ा इतना ज्यादा है कि अब मुक्तिधामों में शवों के अंतिम संस्कार करने के लिए पहले से व्यवस्थाएं जुटाई जा रही हैं.
एमपी के आगर मालवा जिले में भी कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. प्रतिदिन यहां जिस तरह से मौतें हो रही हैं, उससे निपटने के लिए प्रशासन द्वारा मुक्तिधामों में पहले से व्यवस्थाएं जुटाई जा रही हैं.
सिर्फ व्यवस्थाएं ही नहीं बल्कि कर्मचारियों द्वारा श्मशान में चिताओं को भी पहले से सजा कर रखा जा रहा है ताकि जैसे ही कोरोना से मृत्यु होने पर किसी व्यक्ति को मुक्तिधाम लाया जाए बिना बिलंब उनका दाह संस्कार कर दिया जाए.
मुक्तिधाम में ऐसे हालात हैं कि वहां 15 हजार किलो लकड़ी ओर हजारों कंडे रेडी रखे हुए हैं. प्रशासन द्वारा ट्रॉलियों के माध्यम से लकड़ी और कंडों के लाने की प्रक्रिया पूरे दिन चलती रहती है. श्मशान की तस्वीर भी बड़ी भयावह है.
चारों तरफ जली हुई चिताएं दिखाई दे रही हैं. कुछ चिताएं कर्मचारियों द्वारा सजाई हुई भी दिखाई दे रही हैं.
नगरपालिका अधिकारी की मानें तो जिला मुख्यालय पर ही प्रतिदिन कई लोगों की कोरोना से मृत्यु हो जाने के कारण दाह संस्कार किया जा रहा है. ऐसे में श्मशान में प्रतिदिन सैकड़ों क्विंटल लकड़ियों ओर कंडों की व्यवस्था जुटाई जाती है.