छत्तीसगढ़ सहित 17 राज्यों में कोरोना वायरस से पॉजिटिव होने की दर 10% से ज्यादा, फिर बढ़ी चिंता

Update: 2021-07-11 16:15 GMT

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सप्ताह के दौरान अपनी आधिकारिक प्रेस वार्ता में देश में कोरोना वायरस की स्थिति में सुधार होने की बात को दोहराया और कहा कि रविवार को कोरोना से संक्रमित होने की दर 2.25 प्रतिशत दर्ज की गई जो कि यह दिखाता है कि पूरे भारत में कोविड -19 स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है. हालांकि, उन्होंने कहा कि स्थिति में सुधार होने का मतलब यह नहीं है कि महामारी की दूसरी लहर खत्म हो चुकी है क्योंकि महाराष्ट्र और केरल अब भी संक्रमण के केंद्र बने हुए हैं और यहां प्रतिदिन कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. दूसरी ओर, पूर्वोत्तर राज्यों में भी कोरोना के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिए गए वर्तमान कोविड -19 स्थिति के बारे में 10 तथ्य यहां दिए गए हैं.

1. भारत में लगभग 80 प्रतिशत नए मामले 15 राज्यों में फैले 90 जिलों से सामने आ रहे हैं. ये राज्य हैं: महाराष्ट्र (15 जिले), केरल (14), तमिलनाडु (12) मीटर ओडिशा (10), आंध्र प्रदेश (10), कर्नाटक (10), असम (6), पश्चिम बंगाल (4), मेघालय (2), मणिपुर (2), त्रिपुरा (1), गोवा (1), मिजोरम (1), पुडुचेरी (1), अरुणाचल प्रदेश (1).

2. जिलों में फैलते कोरोना वायरस के मामले यह साबित करते हैं कि दक्षिणी और पूर्वोत्तर राज्य सबसे अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं.

3. लेकिन राज्यों के हिसाब से कोरोना टेस्टिंग की पॉजिटिविटी दर देखें, तो पता चलता है कि 17 राज्यों में 66 जिले ऐसे हैं, जहां 8 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में कोरोना पॉजिटिव दर 10 प्रतिशत से अधिक है और ये राज्य न केवल दक्षिण या उत्तर पूर्व में हैं, बल्कि राजस्थान के 10 जिलों में भी लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने की दर काफी अधिक है.

4. देश में 17 राज्य ऐसे हैं, जहां के जिलों में कोरोना पॉजिटिव होने की दर 10 प्रतिशत से अधिक है: अरुणाचल प्रदेश (10), राजस्थान (10), मणिपुर (9), केरल (8), मेघालय (6), असम (4), सिक्किम (4 ), त्रिपुरा (3), ओडिशा (3), मिजोरम (2), महाराष्ट्र (2), छत्तीसगढ़ (1), पुडुचेरी (1), नागालैंड (1), तेलंगाना (1), लक्षद्वीप (1), हिमाचल प्रदेश (1).

5. मंत्रालय ने कहा कि सीमित भौगोलिक स्थानों से कोरोना वायरस के दैनिक मामले सामने आ रहे हैं.

6. कोरोना की दूसरी लहर के चरम के बाद महाराष्ट्र के दैनिक मामले लगभग 6,000 तक गिर गए, लेकिन 2 जुलाई को यह बढ़कर 12,800 हो गया. केरल के दैनिक मामले गिरकर लगभग 8,000 हो गए, लेकिन फिर यह बढ़कर 14,000 पहुंच गया.

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