उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस पस्त हो चुका, इस राज्य में संक्रमण के केवल 123 एक्टिव मरीज ही बचे
विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य में रिकॉर्ड स्तर पर टीकाकरण (Vaccination) और कोविड प्रोटोकॉल के सख्ती से पालन से वायरस बेदम हो चुका है
उत्तर प्रदेश (Uttar pradesh) में कोरोना वायरस (Coronavirus) पस्त हो चुका है. राज्य में संक्रमण के केवल 123 एक्टिव मरीज (Active cases) ही बचे हैं. यूपी के 42 जिले संक्रमण मुक्त हो चुके हैं. रिकवरी दर भी करीब 99 फीसदी हो गई है. विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य में रिकॉर्ड स्तर पर टीकाकरण (Vaccination) और कोविड प्रोटोकॉल के सख्ती से पालन से वायरस बेदम हो चुका है. यूपी जैसे बड़े राज्य ने जिस प्रकार संक्रमण पर काबू पाया है वह काफी सराहनीय है.
उत्तर प्रदेश में रिकॉर्ड स्तर पर वैक्सीनेशन हो रहा है. प्रदेश के 17.53% से ज्यादा लोग पूरी तरह से कोविड वैक्सीनेशन कवर प्राप्त कर चुके हैं. वहीं, 62% से ज्यादा लोगों को पहली डोज लग चुकी है. अब तक 12 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन लगाई जा चुकी है. इनमें 9.3 करोड़ लोगों को वैक्सीन की पहली खुराक लग चुकी है, जबकि 2.7 करोड़ को दूसरी डोज लगाई गई है. कम समय में 12 करोड़ वैक्सीन का टारगेट पूरा करने वाला यूपी पहला राज्य बना है. इसी के साथ ही यूपी में केवल तीन जिलों में ही कोरोना के दस से ज्यादा एक्टिव मरीज बचे हैं. 42 जिले संक्रमण मुक्त हो चुके हैं. पिछले एक सप्ताह से रोजाना औसत सिर्फ 6 संक्रमित मिल रहे हैं. राज्य में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट शून्य है. पिछले कई दिनों से दैनिक मामले भी दस से कम बने हुए हैं. यूपी में अभी तक 8.15 करोड़ से ज्यादा टेस्टिंग हो चुकी हैं.
टीकाकरण से संक्रमण काबू में
वरिष्ठ डॉक्टर अजय कुमार बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में वायरस के काबू में आने का मुख्य कारण यह है कि राज्य में रिकॉर्ड स्तर पर टीकाकरण किया जा रहा है. 60 फीसदी से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की पहली डोज़ लग चुकी है. इससे इन लोगों में वायरस के खिलाफ इम्यूनिटी बन गई है और संक्रमण का प्रसार नहीं हो रहा है. वायरस के काबू में आने की दूसरी वजह यह है कि राज्य में कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा है. टेस्ट, ट्रैक और टीकाकरण की नीति को प्रभावी तरीके से लागू किया गया है.
उत्तर प्रदेश में कोरोना के आंकड़े
कुल मामले: 17,10,036
रिकवर हुए:16,87,015
मौतें: 22,898
एक्टिव मरीज:123