भारत में कोरोना संक्रमण 'एंडेमिसिटी' की दिशा में आगे बढ़ रहा, जानें क्या है इसका मतलब

Update: 2021-09-21 08:35 GMT
भारत में कोरोना संक्रमण एंडेमिसिटी की दिशा में आगे बढ़ रहा, जानें क्या है इसका मतलब
  • whatsapp icon

नई दिल्ली: कोरोना की संभावित तीसरी लहर की आशंका के बीच वैक्सीन एक्सपर्ट डॉक्टर गगनदीप कांग ने बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना संक्रमण 'एंडेमिसिटी' की दिशा में आगे बढ़ रहा है. उन्होंने अनुमान लगाया कि संक्रमण स्थानीय स्तर पर जोर पकड़ेगा और देश भर में फैल कर महामारी का तीसरा रूप लेगा लेकिन लहर की गंभीरता पहले जैसी नहीं रहेगी.

आपको बता दें कि पैनडेमिक और एंडेमिक में अंतर है. पैनडेमिक स्टेज में वायरस लोगों पर हावी रहता है और एक बड़ी आबादी को अपनी चपेट में लेता है, वहीं एंडेमिक स्टेज में आबादी वायरस के साथ जीना सीख लेती है और ये एपिडेमिक (महामारी) से बहुत अलग है. पैनडेमिक का एंडेमिक स्टेज में आने पर वायरस का सर्कुलेशन काबू में रहता है, लेकिन बीमारी खत्म नहीं होती. ज्यादातर बीमारियां खत्म होने के बजाए बस एंडेमिक स्टेज में चली जाती हैं.
पीटीआई-भाषा के साथ इंटरव्यू में कांग ने भारत में कोविड-19 स्थिति पर चर्चा करते हुए कहा कि दूसरी लहर के बाद देश की करीब एक तिहाई आबादी प्रभावित हो चुकी है. उन्होंने कहा, ''ऐसे में क्या हम उस तिहाई में वही आंकड़े और वही पैटर्न पा सकेंगे जो हमने दूसरी लहर के दौरान देखा? मुझे लगता है कि इसकी संभावना कम है. हम स्थानीय स्तर पर संक्रमण को जोर पकड़ते देखेंगे जो छोटा होने के साथ देश भर में फैलेगा." उन्होंने चेताया कि उसके तीसरी लहर बनने की संभावना है अगर हमने त्योहारों के मद्देनजर अपना रवैया नहीं बदला. लेकिन उसका पैमाना उतना नहीं होने जा रहा जो हम पहले देख चुके हैं.
ये पूछे जाने पर कि क्या कोविड भारत में एंडेमिक की स्थिति में पहुंचने की राह पर है, कांग ने कहा, ''हां.'' वेल्लोर के क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर कांग ने कहा, ''जब आपके पास कुछ ऐसा हो, जो निकट भविष्य में समाप्त नहीं होने वाला है, तो फिर एंडेमिक स्थिति की ओर बढ़ रहा होता है. फिलहाल हम सार्स-सीओवी2 वायरस को खत्म करने या समाप्त करने के लक्ष्य से काम नहीं कर रहे हैं, इसका तात्पर्य है कि इसे एंडेमिक बनना है.'' उन्होंने बताया कि कई एंडेमिक बीमारियां हैं जैसे इंफ्लूएंजा (फ्लू), लेकिन यहां एंडेमिक के साथ-साथ महामारी का खतरा भी है. उदाहरण के लिए अगर (कोरोना वायरस का) कोई नया स्वरूप आता है, जिससे लड़ने की क्षमता हमारे शरीर में नहीं है तो उसके फिर से महामारी का रूप लेने की आशंका है.'' कांग ने कोविड-19 से निपटने के लिए बेहतर वैक्सीन विकसित करने पर जोर दिया.


Tags:    

Similar News