भारत में फिर बेकाबू हो रहा कोरोना, ओमिक्रॉन वेरिएंट इतना ख़तरनाक क्यों बताया जा रहा है?
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) फिर से बेकाबू रफ्तार पकड़ने लगा है. राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां भी हजार के करीब केस आने शुरू हो गए हैं. वहीं, एक्सपर्स्ट का मानना है कि मामलों मे तेजी के पीछे ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट हो सकते हैं. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग में लापरवाही, हाइजिन की कमी और मास्क पहनने में ढिलाई के कारण नए वैरिएंट बेहद खतरनाक हो सकते हैं. ऐसे में इन तीनों चीजों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है.
जानकारी के मुताबिक, अप्रैल के पहले पखवाड़े में दिल्ली से लिए गए अधिकांश नमूनों में Omicron Sub lineage BA.2.12 का पता चला है और ये कोविड मामलों में हालिया उछाल के पीछे हो सकता है. वहीं, Indian SARS-CoV-2 Genomics Consortium (INSACOG) के स्रोत ने दावा किया है कि दिल्ली में कुछ नमूनों में Omicron वैरिएंट डेरिवेटिव BA.2.12.1 भी पाया गया है, जिसके बारे में कहा जाता है कि ये हाल के मामलों में वृद्धि में बड़ी भूमिका निभा रहा है. हालांकि अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है कि ये वास्तव में दिल्ली में कुछ नमूनों में पाया गया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली में सिक्वेंस हुए 60 प्रतिशत से अधिक सैंपल BA.2.12 के, जबकि 11 प्रतिशत B.2.10 के रहे. दिल्ली ने बुधवार को 1,009 ताजा कोविड मामले दर्ज किए, जो एक दिन पहले की तुलना में 60 प्रतिशत अधिक है. अधिकारियों ने कहा कि रिपोर्ट किए गए नए मामलों के मामले में शीर्ष पांच राज्य हैं- दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और मिजोरम.
स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जारी किए गए डेटा के मुताबिक, दिल्ली में 10 अप्रैल से 18 अप्रैल के बीच एक हफ्ते में पॉजिटिविटी रेट 6 गुना बढ़ गया. दिल्ली में 10 अप्रैल को पॉजिटिविटी रेट 1.29% था. तब एक दिन में 141 केस आए थे.
कोरोना वायरस की इस नई लहर में खासकर बच्चों में कोरोना के केस बहुत तेजी से आ रहे है. इसका कारण है कि एक तो बच्चों को वैक्सीन नहीं लगी है, दूसरे स्कूल खुल जाने से बच्चे एक-दूसरे के संपर्क में तेजी से आ रहे हैं. बच्चे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं कर पाते. एक्सपर्ट्स का मानना है कि कोरोना का यह नया वेरिएंट बाकी सभी वेरिएंट्स की तुलना में काफी ज्यादा संक्रामक है.